बरेली, एबीपी गंगा। कान्हा उपवन में हुई सैकड़ों गायों की मौत के बाद पीएमओ ने मामले का संज्ञान लिया है। पीएम ऑफिस से यूपी के मुख्य सचिव को गायों की मौत के लिए दोषी अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से की गई थी।


आवारा गायों की देखरेख के लिए सीबीगंज के नदौसी में बनाया गया कान्हा उपवन गायों की कब्रगाह बन गया। वहां एक दो नहीं बल्कि अब तक 100 से भी अधिक गायों की मौत हो चुकी है। कान्हा उपवन में जब बरेली के मेयर डॉ उमेश गौतम ने छापा मारा तो वहां जगह जगह गायों के कंकाल और मृत गाय मिली। मेयर ने बताया कि कान्हा उपवन में गाय की ठीक से देखभाल नहीं हो रही है। यहां नगर निगम के अफसर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। गाय को भरपेट चारा , चोकर, हरी घास भी नहीं मिल पा रही है, जिसकी वजह से यहां पर सौ से अधिक गायों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं यहां हर रोज औसतन दो से तीन गायों की मौत हो रही है। मामले की शिकायत जब मेयर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से की जिसके बाद पीएमओ के सेक्शन अफसर जितेंद्र कुमार ने यूपी सरकार के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिये।


गाय की लगातार हो रही मौत से साधू संत खासे नाराज है और कुछ दिनों पहले ही उन्होंने धरना प्रदर्शन भी किया था। योगी राज में हुई सैकड़ों गायों की मौत के बाद साधु संत अपने हाथों में गौ हत्यायें बन्द करो, गौ हत्यारो को फांसी दो, गौ हत्याओं की जांच कराओ और दोषी अफसरों को सामने लाओ के बैनर पोस्टर लेकर दामोदर पार्क से कलेक्ट्रेट पहुंचे। साधु संतो ने पहले चौकी चौराहे स्थित दामोदर पार्क पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसके बाद साधू संतों ने कलेक्ट्रेट जाकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। साधू संतों की मांग है कि कान्हा उपवन में गायों की दुर्दशा हो रही है और सैकड़ो गायों की भूख से मौत हो गई है। महंत नारदा नंद गिरी का कहना है कि गायों की मौत मामले में दोषी नगर आयुक्त आईएएस सैमुअल पॉल एन के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सब नगर निगम में घुसकर हंगामा करेंगे। इतना ही नहीं अभी तो केवल बरेली के संत हैं, अगर दोषी अफसरों पर कार्रवाई नहीं हुई तो देश भर के संत समाज बरेली आकर प्रदर्शन करेंगे। वही आचार्य संजीव गौड़ का कहना है कि कान्हा उपवन में 200 गायों की क्षमता है लेकिन वहां पर 650 गाय रख दी गई हैं। जिस वजह से क्षमता से अधिक गाय रखने और गाय को भरपेट चारा नहीं मिलने की वजह से उनकी मौत हो गई और नगर आयुक्त ने अपने आपको बचाने के लिए निर्दोष लोगों पर एफआईआर दर्ज करवा दी।