प्रयागराज, मो. मोईन। कोरोना वायरस के चलते देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में रेल, हवाई और सड़क सभी तरह के यातायात पर प्रतिबंध है। साथ ही लॉकडाउन के चलते लोगों को घरों से बाहर ना निकलने की भी सलाह दी गई है। हांलाकि आवश्यक सेवाओं को इससे छूट दी गई है। वहीं, पुलिस की ओर से जरूरी काम के लिए घर से बाहर निकले लोगों को परेशान करने के भी मामले सामने आ रहे हैं।


दरअसल, लॉकडाउन में यात्री ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद है, लेकिन मालगाड़ी का संचालन अभी भी जारी है। प्रयागराज से ही होकर प्रतिदिन औसतन 250 मालगाड़ी ट्रेनें गुजर रही हैं। जिसके लिए रेलवे के ऑपरेटिंग स्टाफ को घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है। हालांकि रास्ते में कई बार पुलिस कर्मियों की रोक-टोक के चलते उन्हें ड्यूटी पर पहुंचने में देरी हो जा रही है।


रेल कर्मियों को हो रही दिक्कत के चलते नार्थ सेन्ट्रल रेलवे के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने यूपी सरकार से अपील की है। अजीत कुमार ने कहा है कि मालगाड़ी के संचालन से जुड़े रेल कर्मचारियों को उनके आईकार्ड के आधार पर आने-जाने की अनुमति प्रदान की जाये, ताकि गुड्स ट्रेनों के ड्राइवर और गार्ड समय से ड्यूटी पर पहुंचकर कोरोना के खिलाफ जंग में अपना योगदान दे सकें। वहीं, मालगाड़ी के लोको पायलट का कहना है कि पुलिस की रोक-टोक की वजह से उन्हें समय से पहले घरों से निकलना पड़ता है, ताकि समय से ड्यूटी पर पहुंच सके। उनके मुताबिक लॉकडाउन में कोरोना से बचाव के लिए रेलवे की ओर से भी कई एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं। रेल कर्मियों के मुताबिक वे मास्क व दस्ताने का प्रयोग कर रहे हैं और सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। जबकि ट्रेनों के इंजन को भी बड़े स्टेशनों पर ड्राइवर और गार्ड बदलने के समय सेनेटाइज किया जा रहा है।