बलिया, एजेंसी. बलिया से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त और क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के लापता होने के पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने दो छात्र नेताओं को गिरफ्तार किया है.


अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने बृहस्पतिवार को बताया कि बलिया शहर कोतवाली में भाजपा नेता सुशील पांडेय की शिकायत पर सतीश चंद्र डिग्री कालेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित चौबे और एक अन्य छात्र नेता मनन दुबे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके बुधवार शाम दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.


उन्होंने बताया कि बलिया शहर में पिछले हफ्ते अलग अलग जगहों पर पोस्टर लगाये गये थे, जिनमें प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल और भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष एवं बलिया से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के लापता होने की बात कही गई थी. आपको बता दें कि पोस्टर शहर के चौक स्टेशन रोड कचहरी आदि इलाकों में लगाए गए थे.


भाजपा नेता सुशील पांडेय का कहना था कि दोनों नेता लगातार प्रदेश की जनता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं. बुधवार की रात दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.


फेफना विधानसभा क्षेत्र में लगे पोस्टर


इसके अलावा फेफना विधानसभा क्षेत्र में भी पोस्टर कई स्थानों पर लगाया गया था और सोशल मीडिया पर भी इसे पोस्ट किया गया था, जिसमें खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ,भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे राज्यसभा सांसद पुत्र नीरज शेखर के साथ ही बसपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व काबिना मंत्री अम्बिका चौधरी को लापता प्रदर्शित किया गया था.


पोस्टर में यह भी लिखा गया था कि लॉकडाउन के लागू होने के बाद यह एक दिन भी दिखाई नहीं दिये हैं. सलेमपुर संसदीय क्षेत्र के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र में भी एक और पोस्टर लगाया गया था. इस पोस्टर पर सपा के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में विरोधी दल के नेता राम गोविंद चौधरी तथा भाजपा के सलेमपुर के सांसद रवींद्र कुशवाहा को लापता प्रदर्शित किया गया था.


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