रायबरेली: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के नाम पर रंगदारी मांगने वाले नटवरलाल को पुलिस में नाटकीय ढंग से धर दबोचा. व्यापारी से दो लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. मांग पूरी न होने के एवज में फायरिंग व बेटे की हत्या की भी धमकी दी गई. जिसके बाद शहर कोतवाल व एसओजी की टीम हरकत में आई और नटवरलाल को अपने बुने जाल में फंसा लिया. पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए नटवरलाल के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया. मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के गल्ला मंडी का है.


मुख्तार अंसारी के नाम पर मांगी रंगदारी


कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले एक व्यापारी ने पुलिस को सूचना दी कि उसके व्हाट्सएप पर नंबर पर एक अज्ञात का मैसेज आया जिसमें लिखा गया कि दो लाख रुपये पहुंचा दो नहीं तो तुम्हारे बेटे की हत्या कर दी जाएगी और घर पर गोली चलवा दिया जाएगा. हम लोग माफिया डान मुख्तार अंसारी के आदमी हैं.  इस बात से घबराकर व्यापारी ने तत्काल पुलिस को सूचना दी. जिस पर पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल शहर कोतवाल अतुल सिंह व एसओजी प्रभारी अमरेश त्रिपाठी के नेतृत्व में टीमें गठित कर दी और तत्काल खुलासे का निर्देश दिया. अतुल अमरेश की टीम ने 24 घंटे के अंदर रंगदारी मांगने वाले नटवरलाल को गिरफ्तार कर लिया और विधिक कार्यवाही कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.


इस तरह पुलिस के शिकंजे में फंसा


माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले के बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए. पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने तत्काल खुलासे के लिए टीमें लगा दीं. इसके बाद शहर कोतवाल अतुल सिंह व एसओजी प्रभारी अमरेश त्रिपाठी ने ऐसा जाल बिछाया की रंगदारी मांगने वाला नटवरलाल खुद ब खुद उनके जाल में फस गया. जिसके बाद पुलिस की पूछताछ में नटवरलाल रत्नेश सोनकर निवासी गल्ला मंडी ने बताया कि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और उसी व्यापारी के यहां पूर्व में काम कर चुका है. जिसके चलते रंगदारी मांगने का विचार दिमाग में आया और उसने यह कारनामा कर दिया. फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. इससे व्यापारी जगत में भी काफी राहत दिखी. 


एसपी ने बताया घटनाक्रम


एसपी ने बताया कि, थाना कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले एक व्यापारी ने सूचना दी उसके व्हाट्सएप पर अज्ञात ने मैसेज कर दो लाख की रंगदारी मांगी. रंगदारी न देने के एवज में घर पर गोली चलवाने व बेटे को मारने की धमकी दी गई, जिसके बाद कोतवाली पुलिस व एसओजी की टीम खुलासे के लिए लगाई गई. 24 घंटे के अंदर मामले का खुलासा कर दिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि वह उसी व्यापारी के यहां काम करता था और आर्थिक तंगी से गुजरने के बाद उसने ऐसा कदम उठाया. युवक अपने आपको मुख्तार अंसारी का आदमी बता रहा था. रंगदारी मांगने वाले युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.


ये भी पढ़ें.


बिकरू कांड में तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव पर कसा शिकंजा, विभागीय जांच शुरू