कासगंज: पुलिस ने फर्जी शिक्षिका अनामिका सिंह को किया गिरफ्तार, त्याग पत्र देकर फरार होने की थी तैयारी
उत्तर प्रदेश की कासगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने कासगंज के बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से अनामिका सिंह नाम की फर्जी शिक्षिका को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शिक्षिका ने बताया कि उसकी नौकरी उसके परिचित राज नाम के युवक ने लगवाई थी.
कासगंज। उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में दूसरों के कागजों पर फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति दिलाने वाले बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. शनिवार को मामले में पहली गिरफ्तारी कासगंज जिले में हुई है. पुलिस ने कासगंज के बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से अनामिका सिंह नाम की फर्जी शिक्षिका को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शिक्षिका के खिलाफ कासगंज जिले के सोरों थाने में फर्जी कागजों पर नियुक्ति लेने का मुकदमा कायम किया गया है. बताया जा रहा है कि अनामिका शुक्ला के कागजों पर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 25 फर्जी शिक्षिकाएं कार्य कर रही हैं. अब पुलिस उनकी भी गिरफ्तारी का प्रयास करेगी.
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसके तहत एक ही अनामिका शुक्ला के कागजों पर 25 अलग अलग शिक्षिकाओं के नौकरी करने का मामला सामने आया है. गिरफ्तार की गई शिक्षिका अनामिका सिंह फरुखाबाद जिले के कायम गंज कस्बे की रहने वाली है और ये पिछले डेढ़ साल से मैनपुरी की रहने वाली अनामिका शुक्ला के कागजों पर नौकरी करती पाई गई.
गिरफ्तार शिक्षिका ने बताया कि उसकी नौकरी उसके परिचित राज नाम के युवक ने लगवाई थी. अनामिका सिंह कासगंज के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय फरीदपुर में कार्यरत थी. इस संबंध में उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री ने भी जल्द ही ऐसे फर्जी शिक्षकों कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
कासगंज की बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल ने बताया कि उनको इस संबंध में राज्य परियोजना कार्यालय से एक पत्र मिला था जिसके बाद उन्होंने इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी थी. उन्होंने इस फर्जी शिक्षिका अनामिका सिंह को इसी आधार पर एक नोटिस जारी किया था. इसी नोटिस के आधार पर फर्जी शिक्षिका अनामिका सिंह कासगंज के बीएसए कार्यालय में अपना त्याग पत्र देने आई थी.
अनामिका सिंह ने पहले अपना त्याग पत्र किसी दूसरी शिक्षिका से बीएसए ऑफिस भिजवाया पर बीएसए ने उसको स्वयं आकर त्याग पत्र देने को कहा. इस दौरान बीएसए ने कासगंज के एसपी सुशील घुले को फोन कर पुलिस बुला ली और इस फर्जी शिक्षिका को बीएसए कार्यालय से ही गिरफ्तार करवा दिया.
फर्जी शिक्षिका अनामिका सिंह की गिरफ्तारी से उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिस अब मैनपुरी जाकर असली अनामिका शुक्ला से पूछताछ कर मामले की तफ्तीश करेगी. इधर अनामिका सिंह ने पुलिस को जिस राज नाम के दलाल के द्वारा नौकरी दिलवाए जाने की बात कही है पुलिस उसकी भी तलाश कर फर्जी नियुक्ति के इस रैकेट की तह तक जाना चाहती है.
बता दें कि यूपी के 25 जिलों में अनामिका शुक्ला के कागजों पर फर्जी नौकरी प्रकरण का खुलासा होने के बाद शासन से कासगंज शिक्षा विभाग को एक लेटर जारी किया था जिसके बाद कासगंज की जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजली अग्रवाल ने इसकी जांच शुरू कर दी थी. जांच शुरू होते ही पकड़े जाने के भय से आरोपी अनामिका सिंह अपना त्याग पत्र बीएसए कार्यालय पर देकर फरार होने की जुगत में थी लेकिन उसकी जुगत पूर्ण होती उससे पहले ही वो पुलिस की गिरफ्त में आ गयी.