लखनऊ: पूर्व बीएसपी एमएलसी रामू द्विवेदी को देवरिया से आई भारी पुलिस फोर्स ने शनिवार को लखनऊ स्थित उनके बहुखंडी आवास से गिरफ्तार कर लिया.  रामू की गिरफ्तारी को उनके परिजनों ने राजनीतिक साजिश बताया है.


पुलिस के अनुसार, शराब व्यापारी संजय केडिया पर जानलेवा हमले के पुराने मामले में रामू द्विवेदी को गिरफ्तार किया गया है. रामू द्विवेदी के खिलाफ गोरखपुर सदर कोतवाली में भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. बाद में मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई. पुलिस ने जानलेवा हमला होने का अपराध नहीं पाया, तो कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई. उधर, देवरिया के युवा व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर धमकी देने के मामले में भी सुलह हो गई थी. दोनों मामलों की फाइल फिर से खंगाली जा रही हैं.


कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर लेकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू पर दर्ज मुकदमों, जुड़े लोगों और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है. शुक्रवार को एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली थी. एसपी ने बताया था कि रामू को हिरासत में लिया गया है.


यूपी के टॉप 33 माफियाओं की सूची में देवरिया जिला निवासी संजीव उर्फ रामू का नाम भी शामिल है. इसके गिरोह में 12 सदस्य चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से दो के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी की है. अपर पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था की सख्ती के बाद पुलिस ने  माफियाओं और उनके गिरोह के सदस्यों पर नकेल कसने की कार्रवाई तेज कर दी है.


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