गोरखपुर. कोरोना काल में आर्थिक तंगी के शिकार हुए शातिर बदमाश और गैंगेस्टर में निरुद्ध त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह ने शाहपुर में 13 दिन पहले स्कूटी सवार मां-बेटी को गोली मारी थी. चेन स्नेचिंग के फेर में उसने अपने साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. इस घटना में शिक्षिका मां की मौत हो गई थी. वहीं, बेटी का लखनऊ में एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह के घर की कुर्की हो चुकी है. पुलिस को उसकी दो साल से तलाश थी. पुलिस ने इस मामले में त्रिभुवन सिंह और उसके साथी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
चार लोग गिरफ्तार
गोरखपुर के एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस घटना को शातिर बदमाश गोरखपुर के चिलुआताल इलाके के काजीपुर के रहने वाले शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह और उसके साथी गोरखपुर के विकासनगर बरगदवां के रहने वाले दीपक कुमार, नेपाल कपिलवस्तु बुलेडिहवा हाल मुकाम सिद्धार्थनगर के मोहाना थानाक्षेत्र के मोहाना बाजार के रहने वाले शरणदाता अकबरुद्दीन और जेवरात खरीदने वाले दुकानदार गोरखनाथ थानाक्षेत्र के पुराना गोरखपुर के रहने वाले अमर जायसवाल को गिरफ्तार किया है.
सिद्धार्थनगर व नेपाल में बनाया था ठिकाना
त्रिभुवन ने एसएसपी और मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की. उसने बताया कि वे सिद्धार्थनगर और नेपाल में अपना ठिकाना बनाया हुआ था. वो अपने साथी के साथ गोरखपुर में घटना को अंजाम देने के बाद यहां से वापस लौट जाता रहा है. उसने बताया कि जब उसके साथी दीपक ने स्कूटी सवार महिला की चेन छीनी, तो दीपक बाइक से नीचे गिर गया.
उन लोगों ने बहुत छुड़ाने की कोशिश की. लेकिन, डेविना और उसकी बेटी डेल्फिना ने दोनों को कसकर पकड़ लिया. यही वजह है कि उन दोनों ने मां-बेटी के ऊपर चार राउंड फायर कर दिया. उन्हें ये भी नहीं पता था कि उन्हें गोली लगी कि नहीं. बाद में पता चला कि पुलिस उन्हें महिला की मौत के बाद से खोज रही है. ये इधर-उधर भाग रहे थे.
लूटी हुई चेन बरामद
एसएसपी ने बताया कि त्रिभुवन और उसके साथी की गिरफ्तारी शाहपुर इलाके से की गई है. उन्होंने बताया कि कौवाबाग अंडरपास के पास से इनकी गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने इनके पास से घटना में प्रयुक्त होंडा शाइन मोटरसाइकिल, एक अदद पिस्टल 32 बोर, डबल बैरल का 315 बोर का तमंचा, 315 बोर का एक अन्य तमंचा और मृतका की लूटी गई चेन बरामद की है. 4800 रुपए नकद भी बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करेंगे. जिससे ये जेल से बाहर न आने पाए. किसी भी तरह से ये जेल से बाहर आएंगे, तो इन्हें एनएसए में फिर जेल भेज दिया जाएगा.
शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह ने कुछ दिन पहले तिवारीपुर इलाके में भी चेन स्नेचिंग की घटना को अंजाम दिया था. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 394, 307, 3/25 आर्म्स एक्ट, 419, 420, 467, 468, 471, 474, 392, 379, 3 (1) यूपी गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. शातिर बदमाश त्रिभुवन उर्फ पिंटू सिंह के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट समेत कुल 29 मामले पूर्व में दर्ज हैं. पुलिस को उसकी दो साल से तलाश रही है.
कुछ दिन पहले ही कोतवाली पुलिस ने उसके घर कुर्की का नोटिस चस्पा किया था. चिलुआताल के काजीपुर गांव के मूल निवासी त्रिभुवन को तिवारीपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दो साल पहले जाली नोट के साथ पकड़ा था. बाद में कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. जमानत पर रिहा होने के बाद से ही वह फरार रहा है. शातिर बदमाश त्रिभुवन सिंह उर्फ पिंटू सिंह पूर्व में मारे जा चुके माफिया परवेज टांडा का साथी है. त्रिभुवन जाली नोट और हवाला के कारोबार से भी जुड़ा रहा है.
ये थी पूरी घटना
13 दिन पहले 20 सितंबर की दोपहर 12 बजे के करीब शाहपुर इलाके के बशारतपुर पानी की टंकी के पास मोड़ पर बाइक सवार बदमाशों ने स्कूटी से जा रही महिला डेविना मेजर (40 वर्ष) और उनकी बेटी 16 साल की डेल्फिना को गोली मार दी थी. हेलमेट लगाकर बाइक से आए दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ चार राउंड फायर किया और उसके बाद फरार हो गए थे. घटना में गंभीर रूप से घायल डेविना मेजर और उनकी बेटी डेल्फिना को बीआरडी मेडिकल कालेज ले जाया गया. जहां डेविना को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था. डेविना पति विक्की मेजर से पिछले 10 सालों से अलग रह रही थी. डेविना मेजर प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य रही हैं.
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