बुलंदशहर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में खुद को आईएएस बताने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी आईएएस अपने किसी मित्र की जमीन को परमीशन दिलाने के लिए एसडीएम खुर्जा के पास आया था।
एसडीएम खुर्जा को जब व्यक्ति के आईएस होने पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस बुलवाकर उसको थाने भेज दिया। पुलिस और मजिस्ट्रेट की जांच में सारा मामला फर्जी साबित हुआ। आरोपी के पास से एक फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद हुआ है। फर्जी आईएएस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
फर्जी आईएएस कालीचरण, इसकी आईडी कार्ड पर भी यही नाम लिखा था और वास्तविक नाम भी कालीचरण ही है। आईडी में फर्जी आईएएस का पदनाम एडीएम लिखा है साथ ही यूपीएससी, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया भी लिखा है। आरोपी ने यह कार्ड क्लोन कर फर्जी तरीके से बनाया था और खुद को उत्तरांचल कैडर का आईएएस बता रहा था।
यह व्यक्ति अपने एक मित्र की जमीन मैं लग रही आपत्ति को दूर कराने के लिए एसडीएम खुर्जा के पास आया था खुर्जा इशा प्रिया खुद आईएएस अधिकारी हैं उनसे जब इसकी वार्ता हुई तो उन्हें शक हो गया कि यह कोई फर्जी व्यक्ति है पूछताछ करने के दौरान ही उन्होंने पुलिस को बुला लिया और थाने भेज दिया खाने में सीओ खुर्जा गोपाल सिंह ने इनसे पूरी जानकारी और
बाईट गोपाल सिंह सी ओ खुरजा।
फर्जी आईएएस की खबर पूरे जिले आग की तरह फैल गई जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी भी सकते में आ गए। उत्तरांचल कैडर के 2017 बैच के सभी आईएएस का नाम व पता खंगाला गया तो कालीचरण नाम के किसी व्यक्ति का आईएस होना नहीं पाया गया। इसके बाद आरोपी ने खुद ही सारी सच्चाई उगल दी।
पूछताछ के दौरान फर्जी आईएएस ने बताया कि वह इंप्रेशन मार रहा था और वर्तमान में वह गाजियाबाद में रहता है। वह मूलरूप से महोबा का रहने वाला है पिता का नाम सुंदर लाल वर्मा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।