गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में क्राइम ब्रांच की टीम ने 9 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा मानव तस्करों के कब्जे से 20 नाबालिग बच्चों को भी छुड़ाया गया है. इन बच्चों को बिहार के अररिया से दिल्ली एक बस के जरिए भेजा जा रहा था. सभी बच्चे गरीब परिवार से हैं. बच्चों के परिजनों को पैसे का लालच दिया गया था.


एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि 17 अगस्त की सुबह खोराबार इलाके के जगदीशपुर माड़ापार कोनी तिराहा पर पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर इन मानव तस्करों को गिरफ्तार किया. तस्करों के कब्जे से 20 नाबालिग बच्चों को बरामद किया गया.


चाइल्‍ड लाइन को सौंपे गए बच्चे
एसपी ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के राज्‍य समन्‍वय सूर्य प्रताप मिश्रा से उन्हें बच्चों के बारे में जानकारी मिली थी. सूर्य प्रताप ने बताया था कि मानव तस्‍कर बस द्वारा बिहार से कुछ बच्‍चों को दिल्‍ली ले जाने वाले हैं. इस सूचना पर टीम ने खोराबार इलाके के जगदीशपुर माड़ापार कोनी तिराहा पर घेराबंदी कर दी. इस दौरान 9 मानव तस्‍करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बच्चों को रेस्‍क्‍यू कर चाइल्‍ड लाइन को सुपुर्द कर दिया गया है.


बिहार के अररिया के हैं आरोपी
आरोपियों की पहचान बिहार के अररिया जिलो के रहने वाले मोहम्‍मद हाशिम, मोहम्‍मद जाहिद, इश्तियाक, शमशाद, मुर्शीद, मारूफ, नूर हसन, शाहिद और हसीब के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 (5), 420, 79 किशोर न्‍याय अधिनियम और 3 सीएलपीआर एक्‍ट 2016 के तहत मामला दर्ज किया है.


पुलिस अधिकारी ने बताया कि 20 बच्‍चों में 19 बच्‍चे 18 साल से कम हैं. उन्‍होंने कहा कि ये संगठित अपराध है. इनका गिरोह है. इनसे पूछताछ की जाएगी और ये पता लगाया जाएगा कि इनका संगठित गिरोह कहां तक फैला हुआ है.


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