Manish Gupta Murder Case: मनीष गुप्ता हत्याकांड में आरोपी दारोगा विजय यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विजय यादव पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था. हालांकि गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने हाईकोर्ट में पुलिस की एफआईआर को ही चुनौती दी थी. शनिवार को कैंट पुलिस ने उसे रेल म्यूजियम के पास से गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में 5 अन्य आरोपित पुलिस वाले पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. गिरफ्तार दारोगा विजय यादव को पुलिस ने एसआईटी कानुपर के हवाले कर दिया है. एसआईटी उससे रामगढ़ताल थाने पर पूछताछ कर रही है.
प्रभारी निरीक्षक जेएन सिंह, अक्षय मिश्रा, उप निरीक्षक राहुल दुबे, कांस्टेबल प्रशांत कुमार, कमलेश यादव को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. उप निरीक्षक विजय यादव को कोर्ट में पेश किया जाएगा. संभावना है कि उसे भी अन्य आरोपियों की ही तरह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जाएगा.
अब तक पुलिस बेहद नाटकीय ढंग से इनमें से पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि जौनपुर के रहने वाला दारोगा विजय यादव अभी फरार चल रहा था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस की 16 टीमें दबिश दे रही थी. फरार दरोगा ने पुलिस को ही पार्टी बनाने हुए हाईकोर्ट में अरेस्ट स्टे के लिए पुलिस की एफआईआर को चुनौती दी थी.
कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी दाखिल कर सकती है एसआईटी
एसआईटी इस मामले में सभी आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सकती है. जिससे कि पूछताछ के साथ सबूतों और साक्ष्य का भी संकलन किया जा सके. इसके साथ ही हथियार भी बरामद करना पुलिस के लिए चुनौती है. इस केस में मजिस्ट्रेट के सामने मृतक के दोस्तों का कलमबंद बयान और आरोपियों के बयान ही इस केस की दिशा तय करेंगे.
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