झांसी. यूपी के झांसी में दो नन और दो छात्राओं को जबरन ट्रेन से उतारने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि दोनों युवक कथित तौर पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर दो नर्सों को परेशान कर रहे थे. आरोपियों ने इन दोनों को ट्रेन से उतरने पर भी मजबूर कर दिया था. ये घटना दो हफ्ते पहले हुई थी. गुरूवार को देर शाम इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. दोनों की पहचान राष्ट्रभक्त संगठन के अध्यक्ष आंचल अरजरिया और हिंदू जागरण मंच के सचिटव पुरगेश अमारिया के तौर पर की गई है.


दरअसल, केरल की रहने वाली दो नन उत्कल एक्सप्रेस से दिल्ली से ओडिशा जा रही थीं. उनके साथ दो छात्राएं भी थीं जिन्हें मानव तस्करी की शंका पर झांसी में पूछताछ के लिए उतार लिया गया. उससे पहले ट्रेन में उनसे कथित बदसलूकी का आरोप भी लगा.


झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने कहा कि जीआरपी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा, "दोनों आरोपियों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. दोनों व्यक्तियों को 19 मार्च की घटना के सिलसिले में वीडियो सबूत के आधार पर हिरासत में लिया गया था.


कांग्रेस ने बोला था हमला
बता दें कि इस घटना ने काफी तूल पकड़ लिया था. केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने घटना की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री से घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की थी. इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी संघ पर निशाना साधा था. जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था, "ननों के समूह के साथ हुई कथित बदसलूकी के मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं केरल के लोगों को यह आश्वासन देना चाहूंगा कि इस मामले के दोषियों को यथाशीघ्र न्याय के शिकंजे में लाया जाएगा."


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