गो तस्करों का मददगार निकला क्राइम ब्रांच का सिपाही, पुलिस ने 13 तस्करों को किया गिरफ्तार
गो तस्करी गिरोह का संचालन गोंडा जिले के मनकापुर निवासी नंदकिशोर बरवार व भगोड़ा सिपाही असगर खान मिलकर करते थे। नंदकिशोर मनकापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं।
अयोध्या, एबीपी गंगा। प्रदेश में चल रहे गो तस्करी के कारोबार पर अयोध्या पुलिस ने कड़ा प्रहार किया है। गो तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 13 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में यूपी पुलिस का एक भगोड़ा सिपाही असगर खान भी शामिल है। जिले में गो तस्करों की मदद करने में क्राइम ब्रांच के सिपाही बलवंत सिंह का नाम भी सामने आया है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने जांच के उपरांत आरक्षी बलवंत को निलंबित कर दिया है।
भगोड़ा सिपाही असगर खान शामिल
पत्रकार वार्ता में एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि गिरोह का संचालन गोंडा जिले के मनकापुर निवासी नंदकिशोर बरवार व भगोड़ा सिपाही असगर खान मिलकर करते थे। नंदकिशोर मनकापुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं। गत 11 मई को रौनाही पुलिस ने कंटेनर बरामद किया था, जिसमें 14 गोवंश बरामद हुए थे। टीम ने मौके से असगर खान, अयाज, फिरोज, आनंद कुमार, मनमोहन व इश्तीखार को गिरफ्तार कर लिया था। एसएसपी ने बताया कि गत 26 अप्रैल को शहर के नवीन मंडी क्षेत्र में दो ट्रक गोवंश बरामद हुए थे। मौके से चार गो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। इस बरामदगी के बाद पूरे जिले में गो तस्करों को पकड़ने के लिए गोपनीय अभियान चलाया गया, जिसके परिणाम स्वरूप ये गिरोह हाथ लगा।
किसी को बख्शा नहीं जाएगा
एसएसपी ने बताया कि गिरोह के सरगना का मुख्य साथी असगर खान कुशीनगर में तैनात था। उसका ट्रांसफर श्रावस्ती के लिए हुआ था, लेकिन ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। असगर की बर्खास्तगी के लिए रिपोर्ट भेजी गई है। यही नहीं क्राइम ब्रांच के आरक्षी बलवंत पर भी कड़ी कार्रवाई का संकेत एसएसपी ने दिया है। एसएसपी ने बताया कि बलवंत को निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। अपराधियों से साठगांठ रखने वाले पुलिस कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।