कुशीनगर में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, साइबर ठगी करने वाले गिरोह का हुआ भंडाफोड़, 5 गिरफ्तार
कुशीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि साइबर फ्रॉड करके लोगों के साथ ठगी करने वाले पांच सदस्यों को पकड़ा गया है. गिरोह के पास से नकली सिमकार्ड, लैपटॉप, फिंगर प्रिंट स्कैनर सहित आधा दर्जन उपकरण बरामद हुए हैं.
कुशीनगर: अगर आप ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर पैसों की निकासी या फिर जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज देते हैं तो कुशीनगर से आई ये साइबर धोखाधड़ी की यह खबर आपके होश उड़ा देगी. कुशीनगर पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो फर्जी ग्राहक सेवा केंद्र से केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने के नाम पर गांवों में घूमकर ग्रामीणों के साथ ठगी करता था. ये गिरोह कुशीनगर में लाखों की ठगी कर चुका है. पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कांफ्रेंस में इस गिरोह का खुलासा किया है. गिरोह के पास से नकली सिमकार्ड, लैपटॉप, फिंगर प्रिंट स्कैनर सहित आधा दर्जन उपकरण बरामद हुए हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में घूमकर जमा करते थे जानकारी कुशीनगर के तुर्कपट्टी थाना अंतर्गत भेलया शिव मन्दिर संस्कृत स्कूल के पास गिरोह फर्जी ग्राहक सेवा केंद्र चलाकर नकली आधार कार्ड, सिम कार्ड, नकली थम्ब इम्प्रेशन के जरिए खाता धारकों के खातों से फर्जी तरीके से अवैध निकासी करता था. फर्जीवाड़ा करने से पहले गिरोह के लोग ग्रामीण क्षेत्रों में घूमकर ग्रामीणों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए आधार कार्ड, फोटो, बैंक खाते का विवरण लेते थे. इसके बाद फर्जी आधार कार्ड, फोटो और नाम पता बदलकर गलत नाम पते से सिमकार्ड फर्जी तरीके से चालू करवा कर ग्राहक सेवा केंद्र पर खाताधारक का निशानी अंगूठा प्राप्त कर नकली थम्ब तैयार करते थे.
लैपटॉप, प्रिंटर और फिंगर प्रिंट स्कैनर बरामद इसके साथ आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम के माध्यम से खाताधारकों के खातों से फर्जी तरीके से रकम निकलवा लेते थे. इसी फर्जीवाड़े में पांच लोगों को पकड़ा गया है जिनमें पवन कुशवाहा नाम के अभियुक्त की तरफ से फर्जी आधार कार्ड तैयार करने का कार्य किया जाता था. जबकि, राहुल धवन और विशाल नाम के अभियुक्त फर्जी आधार कार्ड से सिम चालू करवाते थे. पकड़े गए अभियुक्तों के पास से लैपटॉप, प्रिंटर और फिंगर प्रिंट स्कैनर सहित आधा दर्जन उपकरण भी बरामद किए गए हैं.
खातों से निकाल लेते थे पैसा प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि साइबर फ्रॉड करके लोगों के साथ ठगी करने वाले पांच सदस्यों को पकड़ा गया है. आधार कार्ड बनाने के नाम पर ये लोगों की डिटेल्स लेते थे और आधार कार्ड बनवाने के बाद उनके नाम से फर्जी सिमकार्ड जारी करा लेते थे. उसके बाद लोगों के खातों से फर्जी तरीके से पैसा निकाल लेते थे. पुलिस गहनता से पूरे मामले की जांच कर रही है.
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