आजमगढ़, एबीपी गंगा। आजमगढ़ में धोखाधड़ी का अनोखा मामला सामने आया है। पुलिस ने एक ऐसे जालसाज को पकड़ा है जो अंगूठे का क्लोन बनाकर दूसरे के खाता से रुपये उड़ा लेता था। मुबारकपुर थाने की पुलिस ने सठियांव के नजदीक इसे धर दबोचा। पकड़े गए उक्त जालसाज के पास से स्कैनर, लैपटाप, डेस्कटाप, सीपीयू समेत अन्य सामान बरामद किया। मुबारकपुर पुलिस गिरफ्तार को बड़ी कार्रवाई बता रही है
आज़मगढ़ के जहानागंज थाना क्षेत्र के महुआ मुरारपुर की रहने वाली सूखा देवी व अन्य गांव के लोगों ने धारा 419, 420, व 66 डी आईटी एक्ट में बैंक खातों से बायोमेट्रिक के माध्यम से लाख रुपये निकल जाने का मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस के लिए सरदर्द बनी ये साइबर क्राइम की घटना का पर्दाफाश करना काफी चुनौतीपूर्ण था। मुखबिर से सूचना मिली कि लोगों से ठगी करने वाला भागने की फिराक में है। पुलिस ने घेराबंदी कर ठगी करने वाले इस अपराधी को गिरफ्तार कर लिया।
समझिये AEPS(Aadhar Enabled payment system) क्या होता है
AEPS एक ऐसा Transaction सिस्टम है, जो बैंक द्वारा लोगों के लिए जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या डिजिटल ट्रांजेक्शन से संतुष्ट नहीं है उनके लिए बनाया गया है। यह केवल ट्रांजेक्शन सिस्टम है जिसमें आपको कैश मिल जाता है। AEPS सिस्टम में यूजर ऑथन्टिकेशन के लिए फिंगर प्रिंट या आइसिर इमेज का प्रयोग किया जाता है। इसमें एक ऑपरेटर और माइक्रो एटीएम की आवश्यकता होती है जो किसी बैंक अकाउंट होल्डर को लिमिटेड बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
पुलिस अधीक्षक प्रोफ़ेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि काफी दिनों से सूचना मिल रही थी की फिंगरप्रिंट स्कैन करके व माइक्रो फाइनेंस कंपनी के जरिए व जनसेवा केंद्र के जरिए लोगों के खातों से पैसा निकाल लेता था जिसकी लोगों को भनक तक नहीं लगती थी।