पानी की टंकी में छिपाकर लाया जा रहा 1600 किलो गांजा, पुलिस ने अन्तरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया
कासगंज में पुलिस ने एक बड़े गांजा तस्करी के अन्तरराज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने तीन तस्करों से 1600 किलो गांजे की खेप पकड़ी है. इसकी कीमत तकरीबन पौने दो करोड़ आंकी गई है.
Smuggler Arrested in Kasganj: कासगंज पुलिस ने अंतरराज्यीय गांजा तस्कर रैकेट का बड़ा खुलासा किया है. दक्षिण भारत के विशाखापट्नम से करोड़ों रुपये का गांजा सड़क मार्ग से आयसर केंटर में पानी की टंकियों में भरकर लाया जाता था और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों में इसे सप्लाई किया जाता था. कासगंज पुलिस ने मुखबिर, की सूचना पर गांजा तस्करी में लिप्त तीन आरोपियों को 1600 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया है, जिसकी बाजार में कीमत पौने दो करोड़ रुपये है.
1600 किलो गांजे के साथ तीन तस्कर दबोचे गये
कासगंज पुलिस ने शनिवार को अंतरराज्यीय गांजा तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा किया है. इनका नेटवर्क काफी बड़ा था. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि, बरेली में दादा ठाकुर नाम के व्यक्ति को ये सप्लाई देनी थी. कासगंज जनपद की सहावर थाना पुलिस और एसओजी ने आयसर केंटर में पानी की टंकी में छिपाकर तस्करी कर ले जाये जा रहे पौने दो करोड़ कीमत के 1600 किलो गांजा सहित तीन गांजा तस्कर देवदत्त, कमल और विष्णु को सहावर के चांडी तिराहे से गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बाकायदा मुखबिर की सूचना पर जाल बिछाया था.
कोड वर्ड का करते थे इस्तेमाल
दक्षिण भारत के विशाखापत्तनम से तस्करी कर लेकर उत्तर प्रदेश, नैनीताल उत्तराखंड में ये लोग गांजा की सप्लाई देने का काम करते थे. नैनीताल और उत्तराखंड में पर्यटन हब होने की वजह से वहां गांजा की मांग ज्यादा रहती है, जिससे इनको वहां इसकी अच्छी कीमत मिल जाती थी. कासगंज के एसपी रोहन पी बोत्रे ने बताया कि, ये लोग तस्करी के दौरान कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे, जिससे इनके रैकेट को कोई ट्रेस न कर सके.
पुलिस ने इन तीनों तस्करों पर एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्यवाही शुरू कर दी है. एसपी कासगंज ने बताया कि, इस गांजा तस्करी के रैकेट में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है, वो चाहे किसी भी प्रदेश में रह रहे हों उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
इस तरह छिपा कर लाते थे गांजा
उन्होंने बताया कि, इनकी मोड्स ऑपरेंडी ये रहती थी कि, ये उत्तर भारत से गाड़ी लेकर दक्षिण भारत के विशाखापटनम जाते थे और वहां से तस्करी कर गांजा आयसर टैंकर में रखी पानी की टंकी में भरकर लाते थे. केंटर में आगे रखी हुई पानी की टंकियों को खाली रखा जाता था और पीछे रखी पानी की टंकियों में अंदर पैकेट में गांजा छिपाकर रखा जाता था जिससे चेकिंग करते समय पुलिस को कुछ न मिले.
गांजा पकड़ने वाली टीम को इनाम
कासगंज पुलिस की के इस बड़े खुलासे पर गृह विभाग उत्तर प्रदेश ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एक लाख रुपये, डीआईजी आगरा ने 40 हजार रुपये और एडीजी आगरा पुलिस ने 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है.
ये भी पढ़ें.
नन्हें एथलीटों को सलाम, प्रयागराज से दिल्ली दौड़कर पहुंच रहे हैं 9 साल की काजल और 6 वर्षीय बादल