मुरादाबाद: मुरादाबाद की राजकीय रेलवे पुलिस लाइन में निरीक्षण करने पहुंचे अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे पीयूष आनंद उस वक्त हैरान रह गए जब वहां तैनात पुलिसकर्मियों से उन्होंने राइफल को लोड व अनलोड करने के लिए कहा, लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मी राइफल को अनलोड करने की कोशिश करता रहा लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ. तब वहां खड़े एक दूसरे पुलिस अधिकारी ने पुलिसकर्मी से राइफल लेकर उसको अनलोड किया. 


निरीक्षण करने पहुंचे थे एडीजी रेलवे 


रेलवे पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष आनंद 15 अगस्त से पहले आतंकी खतरे को देखते हुए रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने मुरादाबाद के राजकीय रेलवे पुलिस पुलिस लाइन पहुंचे. पुलिस लाइन में पहले ADG साहब को सलामी दी गई. सलामी के बाद ADG साहब पुलिस लाइन का निरीक्षण करने लगे. इसी दौरान वहां खड़े पुलिसकर्मी से उन्होंने उसके कंधे पर टंगी राइफल को अन लोड करने के लिए कहा, लेकिन पुलिसकर्मी राइफ़ल अनलोड नहीं कर पाया, तो वहां खड़े दूसरे अधिकारी ने उस राइफल की मैगजीन निकाल ली, लेकिन पुलिस कर्मी फिर भी कुछ नहीं कर पाया, तब वहां खड़े तीसरे पुलिसकर्मी ने राइफल के नाल पर लगी संगीन को निकाल लिया, इसके बाद फिर वही पुलिसकर्मी राइफल को अनलोड करने की कोशिश करने लगा लेकिन वो फ़िर भी राइफ़ल को अनलोड नहीं पाया. 


आखिरकार नहीं कर पाया रायफल लोड अनलोड


तब ADG साहब ने उससे खुद ोकहा कि, पहले चेंबर तो चेक करो, लेकिन वह पुलिसकर्मी चेंबर चेक करने में भी नाकाम रहा. तब एडीजी साहब ने उससे कहा कि, राइफल को खोलना जोड़ना जानते हो ? तब उस पुलिसकर्मी ने इनकार में सर हिला दिया. ADG ने वहां खड़े दूसरे पुलिसकर्मी से भी यही सवाल पूछा उसने भी ना में सर हिला दिया. इसके बाद ADG साहब को अंदाजा हो गया कि पुलिसकर्मी राइफ़ल को खोलना जोड़ना नहीं जानते हैं और मीडिया भी सामने खड़ी है इसीलिए वो बिना कुछ कहे आगे बढ़ गये.


एडीजी ने दी सफाई


मीडिया से बात करने के दौरान जब मीडिया कर्मियों ने एडीजी पीयूष आनंद से पुलिसकर्मियों की इस लापरवाही पर सवाल किया तो उन्होंने अपने ही विभाग के पुलिसकर्मियों का यह कहकर बचाव किया कि, हां सुधार की आवश्यकता है, एक दो आदमी हथियार को खोलना जोड़ना भूल जातें हैं या फ़िर किसी सीनियर को सामने देखकर हड़बड़ा जाता है.


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