कानपुर, एबीपी गंगा। यूपी में योगी सरकार पुलिस के दम पर भले ही महिला सुरक्षा की बात करती हो पर जब वही रक्षक पुलिस ही भक्षक बन जाये तो क्या होगा? एक ऐसा ही मामला कानपुर देहात से सामने आया है, जहां चौकी में तैनात सिपाही ने नाबालिग छात्रा को अपनी हवस का शिकार बना डाला। पीड़िता की मां की तहरीर पर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया पर पीड़ित परिवार के अनुसार पुलिस समझौते का दबाव बना रही है।


कानपुर देहात के डेरापुर थाना क्षेत्र की कान्धी चौकी में तैनात सिपाही नीरज ने पड़ोस में रह रही कक्षा 9 की नाबालिग छात्रा के साथ जबरन दुष्कर्म जैसी घिनौनी वारदात को अनजान दे डाला। पीड़ित परिजनों की माने तो कान्धी चौकी में तैनात नीरज एक महीने पहले ही पड़ोस में रहने आया था उसने बच्ची को रात में अकेला देख घर में घुस गया और मुंह दाबकर अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।


परिवार के लोग छत पर सो रहे थे, परिवार वालों ने देखा तो सिपाही मौके से फरार हो गया।
परिजनों का ये भी कहना है कि बीती रात पुलिस मेडिकल के लिए बच्ची को साथ ले गई थी पर दबाव बनाते हुए उसका मेडिकल नहीं करवाया। मामला मीडिया के संज्ञान में आते ही पुलिस हरकत में आई और तुरंत ही बच्ची को गाड़ी में बैठा मेडिकल के लिए ले गई।


वही एसपी अनुराग वत्स ने इस मामले में बताया कि तहरीर मिलने पर तुरंत मुकदमा दर्ज कराया गया और आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर उसको निलंबित कर दिया गया है। पुलिस किसी तरह का कोई दबाव नहीं बना रही है।


सवाल ये उठता है कि जब पुलिस ही दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम देने लगेगी तो सूबे में दुष्कर्म जैसी घटनाओं को सरकार कैसे कम कर पायेगी ये एक बड़ा सवाल है।