गाजियाबाद. दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हुए नरेश त्यागी हत्याकांड की गुत्थी पुलिस अभी तक नहीं सुलझा पाई है. वारदात के 12 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. हत्याकांड में कौन अपराधी शामिल थे? वारदात को क्यों अंजाम दिया गया? पुलिस के पास इन सवालों के जवाब भी नहीं है.
इस हाईप्रोफाइल केस के अनसुलझे सवाल यूपी पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि पुलिस इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने के लिए गाजियाबाद के आसपास के जिलों के अलावा उत्तराखंड में भी छापेमारी कर रही है. यहां तक की कई जेलों को भी खंगाला जा रहा है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली.
बीजेपी विधायक के मामा थे नरेश त्यागी
बतादें कि 9 अक्टूबर को नरेश त्यागी की थाना सिहानी गेट इलाके के लोहियानगर के पार्क में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. नरेश त्यागी मुरादनगर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अजीत पाल त्यागी के मामा थे. बदमाशों ने वारदात को सुबह 6 बजे अंजाम दिया था. मॉर्निंग वॉक करने आए लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक स्कूटी पर आए दो शूटर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर फरार हो चुके थे.
डिप्टी एसपी के घर के नजदीक हुई वारदात
लोहिया नगर बेहद पॉश इलाका है. यहां पूर्व सांसद समेत कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां भी रहती हैं. इसके अलावा यहां यूपी के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड के डिप्टी एसपी भी रहते हैं. घटना वाली जगह से डिप्टी एसपी का घर चार मकान छोड़कर था.
बदमाशों की पहचान भी नहीं कर सकी पुलिस
इस हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, लेकिन पुलिस आज तक बदमाशों की पहचान नहीं कर पाई है. हालांकि पुलिस का कहना था कि बदमाश आसपास के ही हैं क्योंकि स्कूटी पर अपराधी कुछ दूरी का ही सफर तय कर सकते हैं. मृतक नरेश त्यागी ठेकेदार थे. शुरुआत में पुलिस ने कई एंगल से इस हत्याकांड की जांच की, लेकिन उसके बाद पुलिस की जांच आसपास के लोगों पर आकर ही ठहर गई. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आसपास वाले लोग जिन पर पुलिस का शक था उनका फोन बंद है और वह घर से फरार हैं. फिलहाल पुलिस बदमाशों की धरपकड़ के लिए आसपास के जिलों के अलावा उत्तराखंड में भी दबिश दे रही है.
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