मुजफ्फरनगर, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मंगलवार को पुलिस ने एक स्व-घोषित आध्यात्मिक गुरु और उसके शिष्य के खिलाफ जिले में अपने आश्रम में बच्चों का यौन शोषण करने के मामले में अदालत में आरोपपत्र दायर किया. जिले के शुक्रताल में आश्रम में बच्चों से यौन शोषण के आरोप में पुलिस ने गत नौ जुलाई को आश्रम के मालिक स्वामी भक्त भूषण गोविंद महाराज और उसके शिष्य किशन मोहन दास को गिरफ्तार किया था. इस दौरान 10 बच्चों को मुक्त कराया गया था.


मामले की जांच करने वाले पुलिस उप अधीक्षक राजेश कुमार द्विवेदी ने कहा कि दोनों आरोपियों के खिलाफ चोट पहुंचाने और बच्चों के साथ दुराचार करने के अलावा उन्हें धमकाकर रखने के लिए मामला दर्ज किया गया था.


दरअसल, गौड़ीय मठ के मठाधीश भक्ति भूषण गोविंद महराज और उनके शिष्य अखिलेश दास आश्रम चलाते थे. यहां ये दोनों करीब 10 बच्चों को पढ़ाते थे. सभी बच्चे पूर्वोत्तर राज्यों से संबंध रखते हैं. फिर एक दिन चाइल्ड हेल्पलाइन पर किसी ने फोन कर आश्रम में बच्चों के यौन शोषण की सूचना दी. जिसके बाद बाल कल्याण समिति और पुलिस की टीम ने आश्रम में छापेमारी की. छापेमारी में पुलिस ने बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया. जब बच्चों का मेडिकल करवाया गया तो चार के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई. वहीं, बाकी बच्चों ने मारपीट की शिकायत की.


जिसके बाद पुलिस ने भक्ति भूषण पर पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक मुजफ्फरनगर के शुकतीर्थ में भक्ति भूषण गोविंद महाराज ने 2008 में मठ बनाया था और 2019 में मठ में एक स्कूल खोला था. फिलहाल, पुलिस ने इसे सील कर दिया है.


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