रायबरेली, एबीपी गंगा। लॉक डाउन के इस मुश्किल दौर में लठबाज खाकी की दरियादिली भी देखने को मिल रही है। कभी भूखे को भोजन देना तो कभी परिवार को राशन तो कभी अबला को उसके घर दवा पहुंचाना ,पुलिस का ऐसा रूप देखकर लोगों के मन से पुलिस के प्रति पनपी कुंठा दूर होती नजर आ रही है।


शहर कोतवाली के जहानाबाद चौकी के पास लॉक डाउन के दौरान पुलिस पेट्रोलिंग कर रही थी तभी एक व्यक्ति जाता दिखाई दिया। पुलिस की पूछताछ में उसने अपना नाम राजेश पुत्र तुलसी राम निवासी अहियारायपुर थाना कोतवाली नगर, बताया और अपनी पत्नी के गहने बेचकर राशन लाने की बात कही। इस पर शहर कोतवाल अतुल सिंह ने सच्चाई जानने के लिए उसे पुलिस की गाड़ी में बिठाया और उसके घर ले गया जब राजेश की पत्नी ने भी इस बात की पुष्टि की कि घर में भोजन नहीं है और जेवर बेचकर राशन हम लोगों ने ही मंगवाया है। यह सुनकर कोतवाल अतुल सिंह ने उस औरत को गहने वापस करा दिए और 10 दिन का पूरा राशन उसके घर पुलिस की गाड़ी से पहुंचाया और आश्वस्त किया कि अगर आवश्यकता और राशन की हो तो हमें हमारे सरकारी फोन नंबर पर सूचित करिएगा हम पुनः आपकी मदद करेंगे।


और जब लड़की ने दवा की मांगी मदद


इसी तरह अहियारायपुर निवासी वर्तिका नामक एक लड़की ने कोतवाल अतुल सिंह के सरकारी नंबर पर फोन किया और कहा मेरे पिताजी काफी बुजुर्ग हैं और वह मधुमेह रोग से ग्रसित हैं, उनकी दवा खत्म हो गई है। हमारे घर में कोई और नहीं है हमें दवा की आवश्यकता है इस पर अतुल सिंह ने दवा का पर्चा अपने व्हाट्सएप पर मंगवाया और दवा खरीद कर उस लड़की के यहां पहुंचाया।
इतना ही नहीं शहर कोतवाली के अंतर्गत रह रहे गरीब लोगों को भी शहर कोतवाली की पुलिस जाकर राशन मुहैया करा रही है। इस तरह दरिया दिल मानवता की मिसाल पुलिस लगातार पेश कर रही है, जहां एक समय लोगों के मन में पुलिस की छवि एक विलन जैसी थी वहीं अब खाकी के इन कार्यों को देख कर लोग सराहना कर रहे हैं और वह गरीब जिनके बच्चे भूखे थे और इन खाकी वालों की वजह से घर में चूल्हा जलना शुरू हो गया। उनके मुंह से बरबस ही जीते रहो की दुआएं निकल रही हैं इस तरह हर खाकी वाला सिंघम की तरह लोगों के दिलो में बस रहा है।


शहर कोतवाल अतुल सिंह का कहना है कि इस मुश्किल दौर में गरीब व असहाय लोगों की मदद करना पुण्य का काम है। हम सभी मिलकर लोगों के पास राशन, दवा सहित अन्य आवश्यक सामग्रियां पहुंचा रहे हैं और अनवरत जारी रहेगा।


लेडी सिंघम की टीम भी बनी चर्चा का विषय


संकट के इस दौर में जहां लोग गरीबों की सहायता कर रहे हैं, कोई राशन बांट कर तो कोई भोजन, वहीं महिला थाना भी किसी से पीछे नहीं है, महिला थाने की थानाध्यक्ष संतोष सिंह अपनी टीम के साथ मिलकर थाने के अंदर ही भोजन बना रही हैं और ताजा भोजन डिब्बों में पैक करके उन लोगों की तलाश कर रही हैं जो मजदूर भूखे हैं, ऐसे लोगों को खाने का डिब्बा बांटना अब इनका मिजाज बन गया है। अपनी पुलिसिंग के साथ-साथ समाज सेवा में भी महती भूमिका निभा कर एक मिसाल कायम कर रही है। महिला थानाध्यक्ष संतोष सिंह का कहना है कि हमारी महिला आरक्षी मिलकर स्वयं भोजन बनाती हैं और भूखे लोगों को भोजन बांटते हैं। हमारा प्रयास है कि कोई भी भूखा न सोए।