बस्ती, सतीश श्रीवास्तव: बस्ती के राम जानकी मार्ग पर स्थित कलवारी थाने के गायघाट कस्बे में ग्रामीणों ने जाम लगा कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप था कि कलवारी थाने पर तैनात एसआई ओम प्रकाश मिश्र ने कस्बा निवासी पिता-पुत्र को बेवजह बेरहमी से पीट दिया और घायल पिता को जीप में लादकर जबरन थाने लेकर चले गए. हंगामे की सूचना पर सीओ कलवारी अनिल सिंह, थानेदार मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन नाराज लोग दारोगा के निलंबन की मांग पर डटे रहे. विधायक महादेवा रवि सोनकर भी मौके पर पहुंच गए और आक्रोशित लोगों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कराकर जाम खुलवाया.
इस वजह से हुआ विवाद
गायघाट कस्बे के पूर्वी चौराहे के पास एक बन्द पड़ी दुकान के सामने स्थित कदम्ब के पेड़ के नीचे कस्बे में तैनात पुलिसकर्मी काफी दिनों से बैठते रहे हैं. बताया जा रहा है कि हफ्ते भर पहले दुकान में एक व्यक्ति ने ऑनलाइन सर्विस सेंटर खोल दिया. घनी लंबी टहनी के चलते दुकान छिप जाने से मकान मालिक रामवृक्ष शाम को पेड़ की छटाई करा रहे थे तभी दारोगा ओपी मिश्र पहुंचे और ऐसा करने से मना किया. इस बात को लेकर दोंनो के बीच कहासुनी होने लगी. आरोप है कि इसी दौरान दारोगा ने रामवृक्ष को पीटना शुरू कर दिया.
भीड़ देख बैकफुट पर आ गए पुलिसकर्मी
पति को पिटता देख पत्नी संजू और बेटा राजकुमार भागकर पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनकी भी पिटाई कर दी. नजारा देख मौके पर काफी संख्या में स्थानीय लोग जुट गए. पुलिसकर्मी भीड़ देख बैकफुट पर आ गए. स्थानीय लोग दारोगा को हटाने और माफी मांगने की बात को लेकर राम जानकी मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन करने लगे. मामला गंभीर होते देख रामवृक्ष को थाने से वापस लाकर परिजनों को सौंप दिया गया. विधायक के हस्तक्षेप के बाद जाम समाप्त हो सका.
एसपी को कार्रवाई करने का दिया निर्देश
डीआईजी एके राय ने पूरे मामले को लेकर बताया कि पिता-पुत्र में हो रहे विवाद को शांत करते वक्त रामवृक्ष सोनकर का बेटा राजकुमार एसआई ओपी मिश्र से उलझ गया. सख्ती करने पर कुछ लोगों ने सड़क जाम कर दी. स्थानीय विधायक और पुलिस के समझाने पर लोग मान गए. मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी. दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
यह भी पढ़ें: