kanpur Free Ration Beneficiaries: कोरोना महामारी की वजह से बने हालातों के चलते केंद्र सरकार और राज्य सरकार गरीबों को मुफ्त राशन मुहैया कराने में जुटी है. ऐसे में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लाभार्थियों को दिया जाने वाला राशन उन तक पहुंच ही नहीं पा रहा है. कानपुर पुलिस की सख्ती के चलते राशन गोदामों में पड़ा है और ये राशन कोटेदारों तक भी नहीं पहुंच पा रहा है. 


गरीबों को नहीं मिल रहा है लाभ
कोरोना जैसी महामारी की वजह उपजे हालातों के बीच गरीबों की मदद के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें मिलकर काम कर रही हैं. गरीबों के घरों में राशन की कोई कमी ना हो इसके लिए तमाम योजनाओं के तहत मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना भी इन योजनाओं में से एक है. जिसके तहत गरीबों को 5 किलो राशन प्रति माह मुफ्त दिया जा रहा है. लेकिन, कानपुर महानगर में ये योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है. इसकी वजह है कानपुर पुलिस की तरफ से नो एंट्री को लेकर बरती जा रही सख्ती. 


हादसे के बाद सख्त हुई पुलिस
दरअसल, पिछले दिनों कानपुर के नरोना चौराहे पर खाद्यान्न से लदे एक ट्रक की चपेट में आने से एक मां और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई थी. जांच पड़ताल में पता चला कि नो एंट्री में घुसा खाद्यान्न का ट्रक समय सीमा खत्म होने के चलते तेज रफ्तार से ट्रक को ले जा रहा था. जिसके बाद पुलिस ने इस बाबत तमाम सख्ती बरतनी शुरू कर दी. कानपुर में 27,61,833 राशन कार्ड धारक हैं. लेकिन, 22 जुलाई तक महज 1.38 लाख लोगों ही राशन मिल पाया है. 1473 राशन दुकानें की जगह 440 दुकानों से ही राशन का वितरण हो सका है.


अनाज की कमी नहीं
जिला आपूर्ति अधिकारी कानपुर अखिलेश श्रीवास्तव का कहना है कि कानपुर में पुलिस की नो एंट्री की वजह से लाखों लोगों तक खाद्यान्न नहीं पहुंच पा रहा है. गरीब आदमी अनाज के लिए रोजाना कोटेदार के चक्कर लगा रहा है. अनाज की कमी बिल्कुल भी नहीं है लेकिन कानपुर पुलिस की सख्ती के चलते खाद्यान्न से भरे ट्रक कोटेदारों की दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.  FCI गोदामों से ट्रकों के जरिए ले जाया जाने वाला राशन पुलिस की नो एंट्री में फंसा हुआ है. रात 10 बजे से सुबह 6:30 बजे के बीच ही राशन भेजा जा रहा है. समस्या को हल करने के लिए पुलिस प्रशासन से बातचीत हो रही है. 


जल्द होगा समस्या का समाधान 
डीसीपी ट्रैफिक कानपुर बीबीजीटीएस मूर्ति का कहना है कि कुछ दिन पहले मुरे कंपनी पुल पर राशन लेकर खाद्यान्न वितरण के लिए जा रहे ट्रक की चपेट में स्कूटी सवार एक महिला और उसका बेटा आ गए थे. जिसमें दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से पुलिस का रवैया बेहद सख्त है. डीसीपी ट्रैफिक का कहना है कि नो एंट्री में आने वाले वाहनों के नए पास बनाए जा रहे हैं. खाद्यान्न वाले वाहनों को अगर प्रॉब्लम हो रही है तो समीक्षा की जाएगी. प्रशासन के साथ मीटिंग कर जल्द ही समस्या से निजात दिलाई जाएगी.


सख्त है पुलिस 
जिला आपूर्ति अधिकारीअखिलेश श्रीवास्तव की मानें तो FCI के गोदामों में मौजूद राशन को ट्रकों के जरिए गोदामों तक भेजा जाता है. यहां से कोटेदारों को और इसके बाद लाभार्थी को राशन दिया जाता है. इस बीच हादसे के बाद नो एंट्री पर पुलिस बेहद सख्त दिख रही है. ऐसे में खाद्यान्न लदे ट्रक गोदाम और कोटेदारों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इससे लाभार्थियों को राशन नहीं मिल पा रहा.  



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