कम उम्र सिपाही को बोला 'बउवा' तो सिपाहियों ने अधेड़ को जमकर पीटा, दिए गए जांच के आदेश
यूपी के कानपुर में पुलिस ने एक अधेड़ को सिर्फ इसलिए पीटा क्योंकि अधेड़ ने एक कम उम्र को सिपाही को बउवा कह दिया. पुलिस कर्मियों ने अधेड़ को इतना पीटा कि अस्थायी रूप से उसकी आंख की रोशनी चली गई है.
कानपुर: कम उम्र सिपाही को बउवा कहना अधेड़ को भारी पड़ गया. आरोप है कि 4 सिपाहियों ने मिलकर अधेड़ व्यक्ति को बेरहमी से पहले गांव में पीटा फिर थाने ले जाकर उसकी धुनाई की. पुलिस कर्मियों ने अधेड़ को इतना पीटा कि अस्थायी रूप से उसकी आंख की रोशनी चली गई.
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मामला नर्वल कस्बे का है जहां रहने वाले सैलकदीन नाम के शख्स ने नर्वल पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है. उसके मुताबिक वो गरीब इंसान है और गांवों में डुग्गी पीटने का काम करता है. 12 जून को पत्नी से घरेलू विवाद में उसकी कहासुनी हो गई थी. जिसके बाद उसकी पत्नी ने पुलिस में शिकायत कर दी. देर शाम थाने के 4 सिपाही उसके यहां पहुंचे तो वो घर के बाहर ही सो रहा था. सिपाहियों ने उसे जगाया तो वो अचानक हड़बड़ा कर उठा और कम उम्र सिपाही से बोल दिया 'हां बउवा'...बस फिर क्या था सिपाही का पारा चढ़ गया और बोलने लगा तू बाप है और मारना शुरू कर दिया. साथी सिपाहियों ने भी उसे जमकर पीटा.
दिए गए जांच के आदेश
आरोप है कि उसके बाद थाने ले जाकर उसे बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसकी बाईं आंख में गंभीर चोट आई है. पीड़ित का आरोप है कि उसे आंख से दिखना बंद हो गया है. पीड़ित ने मामले की शिकायत सीओ सदर से की है. मामला संज्ञान में आने के बाद सीओ सुशील कुमार दुबे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
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