कासगंज. सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के पिथनपुर गांव में 10 साल के मासूम बच्चे के अपहरण और कत्ल के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने मामले में एक अपहरणकर्ता को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान अपहरणकर्ता पुलिस की गोली से घायल हो गया है. पुलिस अभी बाकी दो अपहरणकर्ताओं की तलाश कर रही है. पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई हैं.


मासूम के अपहरण के बाद की थी हत्या
बता दें कि पिथनपुर गांव के 10 वर्षीय लोकेश 18 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था. लोकेश घर से बाहर खेलने के लिए गया था, इसी दौरान बदमाशों ने उसे किडनैप कर लिया. अपहरणकर्ताओं ने कई बार परिजनों को फोन कर उनसे 40 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी. फिरौती की रकम ना देने पर बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी और शव गांव के पास ही खेत में फेंक दिया. इस वारदात के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. अपहरण के बाद हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.


पुलिस पर लापरवाही का आरोप
परिजनों ने मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है. परिजनों का कहना है कि जब वे शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे तो मामले की जांच की बात कहकर इसे टाल दिया. बच्चे की हत्या के बाद एसपी कासगंज मनोज कुमार सोनकर, अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार वर्मा भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे.


एसपी ने कहा कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस फिलहाल इसकी जांच कर रही है. वहीं, लोकेश की के परिजनों ने वारदात के पीछे गांव के ही राम बहादुर, राज बहादुर, नरेश, जोड़ीदार और भोला उर्फ अर्जुन पर आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि उन्होंने धमकी भी दी थी.


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