लखनऊ. एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) ने बांग्लादेश के रास्ते अवैध रूप से भारत आने वाले दो रोहिंग्या को गिरफ्तार किया है. एटीएस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए रोहिंग्या के नाम नूर आलम उर्फ मोहम्मद रफीक और आमिर हुसैन है. दोनों को सोमवार शाम एटीएस की टीम ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था. दोनों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है.
मास्टरमाइंड है नूर आलम
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि नूर आलम देश में रोहिंग्या को अवैध रूप से प्रवेश कराकर उन्हें यहां की भारतीय नागरिकता दिलाने का मास्टरमाइंड है. नूर आलम और आमिर हुसैन मूल रूप से बर्मा का है. वो बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैंप नयापाड़ा में रह रहा था. उन्होंने बताया कि नूर आलम कई साल पहले वह अवैध तरीके से भारत आया और मेरठ के दरबार लबर खास में अपना ठिकाना बना लिया.
गिरफ्तार रोहिंग्या अजीजुल्लाह का बहनोई है नूर आलम
पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि नूर आलम 6 जनवरी को गिरफ्तार रोहिंग्या अजीजुल्लाह का बहनोई है. अजीजुल्लाह से पूछताछ के बाद से एटीएस की टीम उसकी तलाश कर रही थी. वहीं, आमिर हुसैन दिल्ली के खजूरी खास स्थित श्रीराम कॉलोनी में रह रहा था. नूर आलम और आमिर की मुलाकात कुछ महीने पहले हुई थी. नूर आलम ने आमिर को भरोसा दिलाया था कि वह उसके जाली भारतीय दस्तावेज बनवा देगा।.
जाली दस्तावेज और कैश बरामद
एटीएस अधिकारियों का मानना है कि नूर आलम ने बांग्लादेश के रास्ते सैकड़ों रोहिंग्या को देश में प्रवेश कराया है और यहां के तमाम विभागों के अधिकारियों की मिलीभगत से उनके फर्जी भारतीय दस्तावेज भी बनवाए हैं. एटीएस को दोनों के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल फोन और 70660 रुपये नकद मिले हैं. दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी, विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम के तहत एफआईआर कराई गई है.
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