प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। संगम के शहर प्रयागराज में अगले महीने से शुरू हो रहे माघ मेले में सिर्फ संस्कारी पुलिस वालों की ही ड्यूटी लगाई जाएगी। जो पुलिस वाले शराब व दूसरे नशे का सेवन करते हैं, उन्हें आस्था के इस मेले में कतई नहीं लगाया जाएगा। इतना ही नहीं मेले में ड्यूटी करने वाले सभी साढ़े तीन हज़ार पुलिस वालों को अच्छा व्यवहार रखने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। यह फैसला इसलिए किया है, ताकि मेले में ड्यूटी के दौरान पुलिसवालों का रवैया अच्छा रहे और वह सुरक्षा पर नजर रखने के साथ ही श्रद्धालुओं के साथ गाइड और मददगार के तौर पर अपना व्यवहार रख सकें। मेले में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को अच्छे व्यवहार और संस्कार की ट्रेनिंग के साथ ही बेसिक इंग्लिश भी सिखाई जाएगी। इसके पीछे मंशा यह है कि विदेशी व दक्षिण भारत से आने वाले ऐसे श्रद्धालु जो हिन्दी नहीं जानते, उन्हें रास्तों व अन्य जरूरी चीजों की जानकारी अंग्रेजी में दी जा सके।
दस जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले में इस बार साढ़े छह करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। माघ मेले को इस बार मिनी कुंभ के तौर पर आयोजित किये जाने की तैयारी है। प्रयागराज जोन के एडीजी पुलिस सुजीत पांडेय के मुताबिक़ माघ मेले में सदाचारी पुलिस वालों की ड्यूटी, उन्हें संस्कार की ट्रेनिंग और अंग्रेजी सिखाए जाने का काम पहली बार किया जा रहा है।
मेले में ड्यूटी करने वाले पुलिसवालों के खानपान और उनके व्यवहार के साथ ही उम्र को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किये गए हैं। यह तय किया गया है कि मेले में उम्रदराज कांस्टेबल्स की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। इसके पीछे दलील यह दी जा रही है कि मेले के दौरान कड़ाके की ठंड पड़ती है। इसके साथ ही कुंभ में कई बार पैदल ही एक से दूसरी जगह आना- जाना पड़ता है। ऐसे में ज़्यादा उम्र के पुलिसवालों को ठंड व पैदल चलने में दिक्कत हो सकती है, इसलिए कम उम्र के पुलिसवालों को ही तैनात किया जाए।
एडीजी सुजीत पांडेय के मुताबिक़ अच्छे व शांत व्यवहार के लिए पुलिसवालों को पुलिस हेडक्वार्टर बिल्डिंग में दिसम्बर के पहले हफ्ते से ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी पुलिसवालों के लिए दस से पंद्रह दिनों की क्लास चलेगी। इस बार के मेले में तीन हज़ार से ज़्यादा पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगेगी। इसके अलावा होमगार्ड -पीएसी व पैरा मिलिट्री फ़ोर्स के जवान अलग से नियुक्त किये जाएंगे। माघ मेले के लिए फ़ोर्स की आमद शुरू हो चुकी है। इस बार का माघ मेला दस जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू होकर इक्कीस फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेले में सदाचारी और नान एल्कोहलिक पुलिसवालों की ड्यूटी लगाए जाने के फैसले का साधू - संतों ने स्वागत किया है और साथ ही मेले के दौरान पान मसाले- गुटखे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने की भी मांग की है।