ऊधमसिंह नगर। ऊधमसिंह नगर जिले से इंसानियत को तार-तार कर देने वाला एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकार आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. चंद पैसों की खातिर एक सात माह की मासूम बच्ची को बेचने के लिए उसे चोरी कर लिया गया था. बच्चा चोरी की घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बच्ची को सकुशल बरामद कर मां को सौंपते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


ऊधमसिंह नगर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में विगत दिनों चोरी हुई बच्ची को पुलिस सकुशल बरामद कर मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बच्ची चोरी के मामले में एक आशा कार्यकत्री सहित दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है. बीती 20 मई को इन आरोपियों ने सात माह की बच्ची को उस समय चुरा लिया था जब वह अपनी मां के साथ घर में सो रही थी. पीड़िता का परिवार सड़क किनारे झोपड़ी बनाकर लोहार का काम कर अपना गुजर-बसर करता है.


बच्ची के चोरी होने के बाद पुलिस ने बच्ची के पिता राजा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी. बच्ची को जल्द बरामद करने के लिए एसएसपी द्वारा एसओजी सहित पुलिस की 3 टीमों का गठन किया गया था. घटनास्थल के आसपास लगे कैमरे में संदिग्ध पिकअप जीप की फुटेज मिलने के बाद पुलिस टीम ने वाहन की खोजबीन कर वाहन चालक अरमान अली को पकड़ लिया और उसी की निशानदेही पर रंजना गौतम व उसके पति अर्जुन कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने रंजना गौतम के निवास पर दबिश देकर बच्ची को सकुशल बरामद कर उसे माता-पिता को सौंप दिया है.


ऊधमसिंह नगर: पुलिस को मिली बड़ी सफलता, चोरी हुई सात माह की बच्ची को सकुशल किया बरामद, 3 गिरफ्तार


पुलभट्टा थाने में मामले का खुलासा करते हुए एएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि एक महिला और दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है. बच्ची चुराने के एवज में आशा कार्यकत्री ने पिकअप वाहन चालक अरमान अली को 15 हजार रुपए देने को कहा था. पुलिस के अनुसार आरोपी रंजना और उसके पति अर्जुन ने सोचा था कि कुछ दिन बच्ची को पालने के बाद उसे बेच देंगे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया. बच्ची के मिलने पर परिजनों ने पुलिस का आभार जताया है.