लखनऊ: नेशनल इनवेस्टिगेशिन एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को अब तक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया. इस जांच एजेंसी देश के 15 राज्यों में 93 जगहों पर छापा मारकर के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. लखनऊ से पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि वसीम के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद हुए हैं. जांच एजेंसी इन सामान की जांच कर रही है. इससे कई चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है. एनआईए की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय ने भी सहयोग किया.
वसीम अहमद के पास से क्या-क्या बरामद हुआ है
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लखनऊ से पकड़े गए वसीम अहमद के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन,एक डायरी, बैंक पासबुक आदि बरामद किया गया है. जांच में पुलिस को लैपटॉप से भी कई अहम जानकारियां मिली हैं. इसमें कट्टरपंथ को बढ़ावा देने से जुड़ा साहित्य शामिल है. वसीम के लैपटॉप से सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले कंटेंट भी मिले हैं.
पुलिस को जांच में अबतक क्या मिला है
जांच-पड़ताल में पुलिस को उन लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है,जो लोग इस कंटेंट को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए रखे गए हैं. कंटेंट में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने संबंधी पोस्ट भी शामिल हैं.वसीम की कई कॉल रिकॉर्डिंग भी उसके मोबाइल से मिली है. इनमें वह पीएफआई के बड़े पदाधिकारियों से बात कर रहा है. इस बीच पता चला है कि वसीम खुद को दर्जी बताता तो था लेकिन कभी पिता की दुकान पर नहीं बैठता था. सूत्रों के मुताबिक पकड़े जाने से बचने के लिए वसीम और उसके साथी मोबाइल का सिम और आईपी एड्रेस बदलते रहते हैं.
वसीम लखनऊ के इंदिरा नगर का रहने वाला है. इससे पहले उसे एनआरसी का विरोध करने के आरोप में पकड़ा गया था. एनआईए की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय ने भी सहयोग किया. एनआईए इस समय पीएफआई से जुड़े 19 मामलों की जांच कर रही है. इन्ही 19 में से पांच मामलों में उसने गुरुवार को कार्रवाई की.
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