उत्तर प्रदेश के कौशांबी में 10 मार्च को ओसा मंडी में मतगणना रुकने के बाद हुए बवाल में 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. यह केस मंझनपुर कोतवाली में दर्ज हुआ है. पुलिस अब वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी है.इस बवाल में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ था. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने हवा में फायरिंग भी की थी.लेकिन पुलिस हवाई फायरिंग की बात से इनकार कर रही है.
किस बात पर हुआ था बवाल
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि मतगणना के दौरान मंडी स्थल के बाहर कुछ उपद्रवियों ने बवाल कर दिया था. इसके बाद पुलिस ने करीब 400 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.एएसपी ने सपाइयों द्वारा बवाल करने की बात से इनकार किया है.उन्होंने बताया कि शिनाख्त के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
सिराथू विधानसभा यूपी की हॉट सीटो में से थी.लिहाज़ा इस सीट पर सब की निगाह थी.ओसा नवीन मंडी स्थल में 10 मार्च को वोटो की गिनती हो रही थी.लगभग शाम 6 बजे 29 वे राउंड की गिनती के दौरान बीजेपी एजेंट योगेंद्र सिह ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की बात कह कर रिकॉउंटिंग की मांग करने लगे.लेकिन रिटर्निंग ऑफिसर विनय कुमार गुप्ता ने रिकॉउंटिंग करने से इनकार कर दिया. इसी बात को लेकर एजेंट और प्रशसनिक अफसरों के बीच हंगामा होने लगा. इस बीच मतगणना होती रही, करीब 2 घंटे बीत जाने के बाद दोबारा काउंटिंग को लेकर फिर हंगामा होने लगा.
पुलिस का क्या कहना है?
हंगामे की खबर पाकर मतगणना स्थल पर डीएम,एसपी समेत भारी पुलिस फोर्स अर्धसैनिक बल के साथ पहुच गए.अर्धसैनिक बल ने हल्का बल प्रयोग कर बीजेपी के एजेंटों को मतगणना स्थल से बाहर कर दिया. लेकिन मंडी के बाहर खड़े सपा समर्थकों में अफ़वाह फैल गई कि प्रशासन केशव प्रसाद मौर्य को जबरन जीत दिला रहा है.
इसी बात को लेकर सपा और बीजेपी दोनों के समर्थक उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए मंडी गेट तोड़ने का प्रयास करने लगे.अर्धसैनिक बल ने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास किया तो ईंट-पत्थर चलाने लगे. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.आँसू गैस के गोले दागे और हवा में फायरिंग भी की.तब जा कर स्थिति सामान्य हुई.पत्थरबाजी में सीओ सिटी के हमराही सिपाही को चोट आई है.जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने कहा कि वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी.