लखनऊ. राजधानी के गोमतीनगर इलाके स्थित एक निजी अस्पताल के खिलाफ रोगियों के परिजनों को ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि बुधवार रात सन अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अस्पताल पर आरोप है कि उसने अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में रोगियों के परिजनों को गलत जानकारी दी और उनसे अपने रोगियो को कहीं और ले जाने को कहा.
विभूतिखंड थाने के थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के अनुसार अस्पताल के संचालक अखिलेश पांडेय के खिलाफ आपदा अधिनियम और महामारी अधिनियम के अलावा भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है तथा इस मामले में अन्य लोगों के शामिल होने पर उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जायेगा.
अस्पताल पर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का आरोप
अस्पताल प्रशासन ने तीन मई को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर यह अफवाह फैलाई थी कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है. अस्पताल के तरफ से मरीजों और तीमारदारों से कहा गया था कि अस्पताल में जो मरीज ऑक्सीजन वाले बिस्तरों पर भर्ती हैं उन्हें कहीं और ले जायें. बाद में जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच की तो पाया कि अस्पताल में आठ जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर और कई अन्य छोटे सिलेंडर उपलब्ध हैं तथा अस्पताल में पर्याप्त ऑक्सीजन है.
एक महीने पहले घोषित हुआ था कोविड अस्पताल
गोमतीनगर इलाके में स्थित सन अस्पताल को एक माह पहले कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया था. इस मामले में अस्पताल के संचालक अखिलेश से बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. अस्पताल प्रशासन से जुड़े लोगों ने कहा कि वह इस प्राथमिकी के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय की शरण में जायेंगे और अग्रिम जमानत की मांग करेंगे.
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