विधानसभा घेराव के लिये जा रहे पुरोहितों को पुलिस ने रोका, श्राइन बोर्ड के गठन का कर रहे हैं विरोध
श्राइन बोर्ड का विरोध कर रहे पुरोहित व हक हकूकधारियों ने उत्तराखंड विधानसभा घेराव का निर्णय किया था लेकिन पुलिस ने सभी को बैरीकैडिंग लगाकर रोक दिया। सरकार ने चार धाम को श्राइन बोर्ड को सौंपने का फैसला किया है
देहरादून, एबीपी गंगा। चार धाम श्राइन बोर्ड गठन को लेकर पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन जारी है। सरकार के प्रति अपना आक्रोश जताने विधानसभा की ओर कूच कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। श्राइन बोर्ड के विरोध में चारधाम से आएं तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के प्रदर्शन ने सियासी गर्माहट का अहसास कराया।
कैबिनेट में चारधाम समेत 51 मंदिरों को श्राइन बोर्ड के हाथ में सौंपने के फैसले के बाद से ही देवभूमि में चारधाम हक-हकूकधारियों समेत तीर्थ पुरोहित इसके विरोध में हैं। सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए विधानसभा घेराव करने भारी संख्या में तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज पहुंचा लेकिन इससे पहले कि वो विधानसभा का घेराव करते पुलिस ने रिस्पना पुल पर ही उनको बैरिकैडिंग लगाकर रोक लिया। इस बीच तीर्थ पुरोहित और पुलिस के बीच तीखी नोंक झोक भी हुई। इससे सड़क पर ही तीर्थ पुरोहित बैठ गए। तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज के विधानसभा घेराव में केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी शामिल हुए मनोज रावत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के द्वारा श्राइन बोर्ड लाना बेहद गलत कदम है, वह इसका घोर विरोध करते हैं।
वही तीर्थ पुरोहित समाज का कहना है कि सरकार अपने इस फैसले को जल्द से जल्द वापस ले और अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो इसके परिणाम गंभीर होंगे। सरकार श्राइन बोर्ड के आधीन चारधाम समेत 51 मंदिर सौंपे जाने का फैसला कर चुकी है लेकिन तीर्थपुरोहितों के इस विरोध पर आने वाले दिनों में सरकार क्या स्टैंड लेती ये देखना होगा।