अयोध्या: राम नगरी अयोध्या की सीमा पर बिक रहे मांस-मदिरा की दुकानों को बंद कराये जाने की मांग को लेकर अनशन करने की तैयार में जा रहे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास को आज उनके आवास पर ही पुलिस ने रोक दिया. तपस्वी छावनी पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है. प्रशासन ने परमहंस दास को उनके आवास पर ही रोक कर उनसे निवेदन किया था कि सार्वजनिक स्थल पर किसी भी तरीके के कार्यक्रम ना करें, क्योंकि जिले में धारा 144 लगी है. प्रशासन के निवेदन को मानते हुए परमहंस दास ने 14 जनवरी तक का समय प्रशासन को दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि मकर संक्रांति तक अयोध्या के परिक्रमा पथ के किनारे लगने वाले मांस और मदिरा की दुकानें नहीं हटाई जाती तो फिर 16 जनवरी से वह आमरण अनशन करेंगे.


राष्ट्रपति को लिख चुके हैं पत्र


राम नगरी अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है. ऐसे में बड़ी संख्या श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं लेकिन अयोध्या प्रवेश मार्ग के पास मांस मदिरा की बिक्री चल रही है, जिसको लेकर तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पूर्व में राष्ट्रपति को भी पत्र लिख चुके हैं. इसके साथ ही स्थानीय प्रशासन को पत्र के माध्यम से जल्द से जल्द इन दुकानों को अन्य स्थान पर विस्थापन करने का अनुरोध किया था, लेकिन कार्यवाही न होने से नाराज महंत परमहंस दास ने 16 जनवरी को पंचकोसी परिक्रमा मार्ग स्थित मांस मदिरा की दुकान के पास अनशन करने का निर्णय लिया. आज उसके लिए भूमि पूजन करने जा रहे महंत परमहंस दास को अयोध्या पुलिस ने रोक दिया. पुलिस के मुताबिक उस स्थान पर किसी प्रकार अनशन नहीं किया जा सकता है. शहर में धारा 144 लागू है. इसके तहत सिर्फ अपने स्थान पर प्रशासन के अनुमति के आधार पर ही कर सकते हैं.


प्रशासन को दी चेतावनी


महंत परमहंस दास ने बताया कि अयोध्या की सीमा के पास मांस मदिरा को बंद करने के लिए 2018 में ही महामहिम राष्ट्रपति को पत्र भेजा था. वहां से राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन के द्वारा कार्यवाही करने का आदेश दिया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. फिर 6 माह पूर्व जिलाधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से पंचकोसी परिक्रमा से शराब व मांस बिक्री को रोकने का प्रयास किया जाए, इसलिए जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि अब यदि जल्द से जल्द इन दुकानों के बंद किये जाने की कार्रवाई नहीं हुई तो 16 जनवरी से अनशन करेंगे.


ये भी पढ़ें.


 'मिर्जापुर वेब सीरीज' से शहर हुआ बदनाम, शख्स ने कहा- मिर्जापुर का होने से नहीं मिली नौकरी, पढ़ें दिलचस्प किस्सा