Operation Kamdhenu in Pauri Uttarakhand: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सड़कों के इर्द गिर्द घूमकर ट्रैफिक जाम और सड़क हादसों का कारण बन रहे आवारा पशुओं की सुरक्षा के लिए अब जिले की पुलिस एक माह का विशेष अभियान 'ऑपरेशन कामधेनु' चलाने जा रही है. इस अभियान के जरिए उन लोगों पर पुलिस ने गोवंश संरक्षण अधिनियम 2007 के तहत सख्त कार्रवाई का मन भी बनाया है जो लोग अपने पशुओं का रजिस्ट्रेशन ना करवाने और इन पर पहचान टैंग ना लगाए जाने पर इन्हें सडकों पर छोड़ देते हैं. हालांकि, कार्रवाई से पूर्व उन सभी लोगों को एक बार पुलिस अपने अग्रह पर जागरूक करेगी कि वो अपने पशुओं को आवारा ना छोड़े. अगर फिर भी लोग ना सुधरे तो पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करेगी.


पुलिस करेगी सख्त कार्रवाई 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने बताया है कि गोवंशों की सुरक्षा को लेकर पुलिस का ये अभियान एक माहीने तक चलेगा, जिसमें सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नगर निगम, नगर पालिका, कैण्ट बोर्ड और पशुपालन विभाग से समन्वय बनाकर रजिस्टर्ड किए गए पशुओं की सूची प्राप्त कर लें. जिससे ये पता लगाया जा सके कि कितने पशु बिना रजिस्ट्रेशन के शहर में आवारा घूम रहे हैं और कितने पहचान टैग लगे होने के बाद भी सड़कों पर छोड़ दिए गए हैं. ऐसे में आवारा पशुओं को सड़कों पर छोड़ने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई  अमल में लाई जाएगी और आवारा गोवंशों को गोशालाओं और गोधामों में छोडा जा सके. एसएसपी ने बताया कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत भी पुलिस इस अभियान के तहत उन लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी जो पशु क्रूरता कर रहे हैं. 


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