Raebareli News: फूलन देवी की मूर्ति लगाने के एलान पर छिड़ा सियासी रार, पुलिस प्रशासन अलर्ट
Phoolan devi statue: दस्यु सुंदरी फूलन देवी की मूर्ति लगाने को लेकर रायबरेली के खंधारी गांव में तनाव है. यहां प्रशासन अलर्ट मोड पर है.
Politics over Phoolan devi statue: दस्यु सुंदरी फूलन देवी की मूर्ति (Phoolan Devi) लगाने को लेकर सियासी रार शुरू हो चुका है. जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अनौपचारिक रूप से फूलन देवी की मूर्ति लगाने की घोषणा की थी, वहीं, दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन (Police Administration) भी अपने फुल फॉर्म में है. गांव का प्रधान भी पुलिस प्रशासन के साथ सुर मिलाते हुए कहता है, जब तक शासन से अनुमति नहीं मिलती तब तक मूर्ति लगने नहीं दी जाएगी. हालांकि, समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भुनाना चाहती है.
सपा और केवट समाज ने किया था मूर्ति लगाने का एलान
ऊंचाहार थाना क्षेत्र के खंधारी गांव में दस्यु सुंदरी फूलन देवी की मूर्ति लगाने का ऐलान किया गया था. गांव में निवास करने वाले केवट समाज के लोगों के साथ मिलकर सपा ने फूलन देवी की मूर्ति लगाने की अनौपचारिक रूप से घोषणा की थी, जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में गर्माहट आ गई. सपा के इस एलान के बाद हिंदू युवा वाहिनी के संयोजक जितेंद्र सिंह व करणी सेना के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राजपूत ने एलान किया कि, मूर्ति किसी भी कीमत पर लगने नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि, यदि पिछड़े समाज से ही किसी व्यक्ति की मूर्ति लगानी है तो ढेर सारे ऐसे महापुरुष हैं, जिन की मूर्ति लगाई जा सकती है, लेकिन डकैत दस्यु सुंदरी की मूर्ति अगर लगाई गई तो समाज में इसका गलत असर पड़ेगा. फिलहाल इस सियासी रार के बीच पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में दिख रहा है.
पुलिस प्रशासन अलर्ट
खंदारी पुर गांव के प्रधान अनिल यादव ने साफ कहा कि, शासन की अनुमति नहीं मिली है, इसलिए मूर्ति नहीं लगाई जाएगी. यदि गांव का भी कोई व्यक्ति मूर्ति लगाने की कोशिश करेगा तो उसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दी जाएगी. जब तक शासन से अनुमति नहीं मिलती है, मूर्ति नहीं लगाने दी जाएगी. वहीं, स्थानीय पुलिस के साथ-साथ पीएसी व अग्निशमन विभाग के लोग भी मौके पर डेरा डाल लिए हैं. हालांकि, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कल्टी मारते हुए फूलन देवी की मूर्ति लगाने के कार्यक्रम को पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में तब्दील कर दिया.
प्रशासन ने ढहा दिया चबूतरा
खंधारीपुर गांव में जहां फूलन देवी की मूर्ति लगनी थी, वहां ग्रामीणों ने चबूतरे का निर्माण करवा दिया था. जिसको प्रशासन ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध निर्माण मानते हुए ढहा दिया. फिलहाल, ना तो ग्रामीणों ने और ना ही किसी खद्दर धारी ने ही फूलनदेवी की मूर्ति लगवाने की जिद की, क्योंकि जिस तरह खाकी का जमावड़ा हुआ, उससे बिना अनुमति मूर्ति लगवाने का हौसला पस्त हो गया.
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