UP Political Uproar: उत्तर प्रदेश की सियासत (UP Politics) में इन दिनों एक बुकलेट (Booklet) ने हलचल मचा रखी है. दरअसल, इस बुकलेट को नाम दिया गया है 'किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश' (Kisne Bigada Uttar Pradesh) और इस बुकलेट को जारी किया है कांग्रेस (Congress) ने. जिसमें साफ तौर पर बीजेपी, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) तीनों को उत्तर प्रदेश की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. वहीं, इस बुकलेट में तो मायावती (Mayawati) को दलित की नहीं बल्कि दौलत की बेटी तक कहा गया है. अब इसे लेकर सियासत तेज हो गई है, आज मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर तमाम आरोप लगाए. यहां तक कह दिया कि 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं और कांग्रेस पैसा देकर लोगों को चुनाव लड़ा रही है. जबकि, कांग्रेस कह रही है कि किसी को अगर मिर्ची लग रही है तो लगे लेकिन हकीकत वही है जो किताब में लिखा गया है. वहीं, बीजेपी साफ तौर पर कह रही है कि कांग्रेस ने जब बसपा के साथ और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया तब उसे याद नहीं आया कि कौन चोर है.



कांग्रेस की बुकलेट से चढ़ा सियासी पारा



2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है. ऐसे में अब कांग्रेस की किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश नाम की इस बुकलेट ने भी इस पारे को और बढ़ा दिया है. दरअसल, 24 पन्ने की इस किताब में साफ तौर पर उन पार्टियों का जिक्र किया गया है, जिन पर कांग्रेस ने यूपी की स्थिति खराब करने का आरोप लगाया है. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि, इसमें बीजेपी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के शासन काल को लेकर कई आरोप लगाए गए हैं. बीजेपी सरकार में कोरोना के दौरान जो कमियां रहीं उनका उल्लेख किया गया है तो वहीं, समाजवादी पार्टी सरकार के शासनकाल को कुशासन काल बताया गया है, वहीं, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर इस बुकलेट में काफी तीखा हमला बोला गया है. किताब में साफ तौर पर लिखा है कि, मायावती दलित की नहीं बल्कि दौलत की बेटी हैं और यह भी लिखा है कि जब भी बीजेपी को जरूरत पड़ती है तो मायावती उनका साथ देती हैं. 


मायावती का कांग्रेस पर पलटवार


कांग्रेस की इस बुकलेट को लेकर आज मायावती ने एक न्यूज एजेंसी पर अपना बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर तमाम आरोप लगाए. मायावती ने साफ तौर पर कहा कि, कांग्रेस का जो कल्चर रहा है, वह बसपा का कल्चर नहीं है. बसपा अपने कैडर के लोगों से सदस्यता के नाम पर फंड जुटाती है, जबकि कांग्रेस को तो रैली में ले जाने के लिए लोग नहीं मिलते हैं और उन्हें भाड़े पर रैलियों में ले जाया जाता है. मायावती यहीं शांत नहीं हुईं उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में लड़ाने के लिए उत्तर प्रदेश में कैंडिडेट ही नहीं मिल रहे हैं और अब कांग्रेस पार्टी लोगों को चुनाव लड़ने के लिए पैसे तक देने को तैयार है.


कांग्रेस पर भड़के स्वामी प्रसाद मौर्य


कांग्रेस की इस बुकलेट में बीजेपी सरकार पर भी तमाम सवाल खड़े किए गए हैं. कांग्रेस की बुकलेट पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने निशाना साधते हुए कहा है कि, दरअसल कांग्रेस ने तीस पैतीस साल तक इतना घोटाला किया कि वो घोटालों के महासागर में डूब गई और इसीलिए जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया. उनका कहना है कि, जब कांग्रेस ने 1996 में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया तब उसे याद नहीं आया कि वह किन के साथ जा रही है और 2017 के विधानसभा चुनाव में तो अखिलेश यादव के साथ राहुल गांधी ने प्रचार किया दो लड़कों की जोड़ी बनी. तब भी कांग्रेस को यह याद नहीं आया कि, वह किन के साथ चुनाव प्रचार में जा रहे हैं और गठबंधन कर रहे हैं. कैबिनेट मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि, यह तो कुछ ऐसा है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे खुद घोटालों में डूबी रही कांग्रेस अगर बीजेपी शासन काल पर सवाल खड़े करेगी तो यही कहा जाएगा.


कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह का जवाब


मायावती के आरोपों पर आज कांग्रेस की तरफ से जवाब दिया है. पार्टी के एमएलसी दीपक सिंह ने उनका साफ तौर पर कहना है कि, कांग्रेस की बुकलेट में जो बातें सही है वही लिखी गई हैं, अगर किसी को मिर्ची लगती है तो लगती रहें. वो ये भी कह रहे हैं कि जो खुद पैसे लेकर टिकट देती हैं वह दूसरों पर अब यह आरोप लगा रही हैं कि पैसा देकर कैंडिडेट लड़ाए जा रहे हैं. हालांकि, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर उन्होंने गोलमोल सा जवाब दिया. 


उत्तर प्रदेश में 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में सियासी दल एक दूसरे पर तमाम तरह से आरोप-प्रत्यारोप लगाएंगे. कोई कार्टून के जरिए एक दूसरे पर निशाना साध रहा है तो कोई बुकलेट जारी करके आरोपो की झड़ी लगा रहा है. कांग्रेस ने बुकलेट जारी करके इस आरोप-प्रत्यारोप के दौर की शुरुआत कर दी है. 



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