Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन से पहले महादानी महाराजा हर्षवर्धन की मूर्ति को दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने पर सियासी बवाल मच गया है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दो दिन पहले इस मामले में ट्वीट कर मूर्ति की जगह बदले जाने को दानवीर हर्षवर्धन का अपमान बताया तो वही आज उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मूर्ति को गंगाजल से धुलकर उस पर फूलों की माला चढ़ाई. अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ने यूपी में अपनी सरकार बनने पर हर्षवर्धन की मूर्ति को पुरानी जगह पर ही स्थापित किए जाने का ऐलान भी किया है.


गौरतलब है कि संगम नगरी प्रयागराज में जिस जगह से कुंभ क्षेत्र की शुरुआत होती है, वहां के प्रवेश द्वार पर बरसों पहले महाराजा हर्षवर्धन करीब इक्कीस फिट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी. इस जगह को शहर के लोग हर्षवर्धन चौराहे के नाम से जानते थे. महाकुंभ के मद्देनजर इन दिनों वहां फ्लाई ओवर का निर्माण हो रहा है. फ्लाई ओवर के नीचे जिस जगह मूर्ति लगी हुई थी, वहां सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है. इस वजह से चार दिन पहले मूर्ति को वहां से हटाकर करीब आधा किलोमीटर दूर सीएमपी डिग्री कॉलेज के बाहर के चौराहे पर स्थित एक पार्क में शिफ्ट कर दिया गया. मूर्ति शिफ्ट की जा चुकी है, जबकि शिलापट्ट लगाने और पार्क के सौंदर्यीकरण का काम जोर- शोर से चल रहा है.   


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अखिलेश यादव ने सवाल उठाए
प्रतिमा शिफ्ट किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने मूर्ति को उसके मूल स्थान से हटाकर महाराजा हर्षवर्धन का अपमान किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि यूपी में जब भी समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, इस मूर्ति को वापस उसी जगह स्थापित कर दिया जाएगा.


अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज मूर्ति स्थल पर पहुंचकर महाराजा हर्षवर्धन की प्रतिमा को गंगाजल से धुला. गंगाजल से धुलने के बाद उस पर माल्यार्पण किया और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारी नेता संदीप यादव का कहना है कि योगी सरकार ने महाराजा हर्षवर्धन का अपमान किया है. इसे समाजवादी पार्टी के लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.