UP Politics: रायबरेली से राहुल गांधी की वापसी के बाद सियासत, दिनेश प्रताप सिंह के बयान से यूपी में हलचल
UP में रायबरेली के सांसद राहुल गांधी मंगलवार को अपने क्षेत्र में थे. उनके लौटने के बाद अब सियासत शुरू हो गई है. दिनेश प्रताप सिंह ने बड़े दावे किए हैं.
UP Politics: उत्तर प्रदेश स्थित रायबरेली के सांसद राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे और दिशा की बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में कैबिनेट मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी मौजूद थे. दिनेश प्रताप सिंह ने 2024 का लोकसभा चुनाव राहुल गांधी के खिलाफ लड़ा और हारे थे. इस बैठक में विधायक अदिति सिंह भी शामिल थीं.
रायबरेली से राहुल गांधी की वापसी के बाद अब सियासत शुरू हो गई है. दिनेश प्रताप सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि राहुल गांधी, रायबरेली में कभी एक रात नहीं रुके. रायबरेली का असली विकास तो पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ही हो रहा है. उन्होंने राहुल गांधी के चुनावी पोस्टर, सोनिया गांधी के संसदीय कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर दिनेश प्रताप सिंह ने लिखा- आज दिशा की बैठक रायबरेली में सम्पन्न हुई जिसमें भारत सरकार के द्वारा जनपद रायबरेली की सीमा में जो भी योजनाएं और परियोजनाएं स्थापित और संचालित हैं उनका अनुश्रवण मा समिति ने किया इस दौरान जो विषय प्रकाश में आए उससे यह सत्यापित हुआ कि रायबरेली जनपद वासियों की सेवा तो असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही कर रहे है. बैठक में यह तथ्य प्रकाश में आया कि विगत दो वर्षों में जनपद रायबरेली में 182 ओवर हेड टैंको का निर्माण देश के प्रधानमंत्री के द्वारा करा कर घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने का काम किया गया. इससे पूर्व की सरकारों के द्वारा कभी 10 सालों में 10 पानी की टंकी का निर्माण भी नहीं कराया.
आज दिशा की बैठक रायबरेली में सम्पन्न हुई जिसमें भारत सरकार के द्वारा जनपद रायबरेली की सीमा में जो भी योजनाएं और परियोजनाएं स्थापित और संचालित हैं उनका अनुश्रवण मा० समिति ने किया इस दौरान जो विषय प्रकाश में आए उससे यह सत्यापित हुआ कि रायबरेली जनपद वासियों की सेवा तो असल में माननीय… pic.twitter.com/IQSYWn6KuJ
— Dinesh Pratap Singh (@RBLDineshSingh) November 5, 2024
उन्होंने लिखा- इसी भांति प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए 2004 से 2014 के मध्य जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार और रायबरेली से सुपर प्राईम मिनिस्टर हुआ करती थी तो 27000 करोड़ रूपये रायबरेली वासियों को मिला और जब रायबरेली से पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक सांसद भी नहीं मिला तो पीएम मोदी ने 41000करोड़ रायबरेली के लोगों की सेवा के लिए दिया इसे ही कहते है सबका साथ सबका विकास.
कैबिनेट मंत्री ने लिखा इसी भांति रायबरेली जनपद में आज फोर लेन सड़कों का जाल और एक्सप्रेस-वे बनाए जा रहे है. सिर्फ भारत की सरकार ने विगत 02 वर्षों में रायबरेली की सड़कों के निर्माण के लिए 6280 करोड़ रुपये दिए. जिसमेंः- रायबरेली-अयोध्या फोर लेन 1440 करोड़. रायबरेली रिंग रोड फेज/2-1274 करोड़.रा, यबेरली प्रयागराज फोर लेन-3200 करोड़. रायबेरली से प्रतापगढ़-1300 करोड़. रायबरेली से टाण्डा-170 करोड़. रायबरेली से बांदा-140 करोड़ है.
उन्होंने लिखा- इसके अतिरिक्त रायबरेली-लालगंज, लालगंज-उन्नाव, लालगंज से रायबरेली लखनऊ बाईपास आदि बहुत सारे काम है जिन्हें जोड़ दिया जाए तो 7000 करोड़ से अधिक की धनराशि रायबरेली के विकास के लिए भारत सरकार के सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दिये गए जो कांग्रेस की सरकारों के काल खण्ड में इसका आधा भी नहीं मिला. इसी प्रकार रायबरेली में मुख्यमंत्री के द्वारा सिर्फ मण्डी परिषद से 101 सड़कें, हॉट पैड, ऊँचाहार और सतांव मण्डी मिलाकर 88 करोड़ से अधिक विकास कार्य कराए गए. इसी प्रकार उद्यान के द्वारा गुरु गोविंद सिंह पर्यावरणीय पार्क, पंडित श्रीश चन्द्र दीक्षित पर्यावरणीय पार्क, 04 हाईटेक नर्सरिया, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर हनी आदि में लगभग 40 करोड़ से अधिक के विकास कार्य आदरणीय योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किए है. सदन में उपस्थित सभी सदस्यों के द्वारा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री का जनपद रायबरेली की जनता के हितों के लिए अब तक का सर्वाधिक बजट आवंटित करने के लिए सदन में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया.
लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने लिखा कि लोक सभा के चुनाव में पोस्टर लगाए गए थे (रायबरेली के राहुल) राहुल गांधी को सांसद चुने लगभग 06 माह होने को हैं. आज को मिला दिया जाए तो 08 से 09 घण्टे सिर्फ रायबरेली को दिए है, एक भी रात रायबरेली में नहीं रुके. यदि राहुल गांधी रायबरेली के होते तो 06 महीने में एक दिन रायबरेली में रुकते.
सोनिया गांधी पर किया ये दावा
रायबरेली की पूर्व सांसद सोनिया गांधी के संदर्भ में उन्होंने लिखा- आज के एजेण्डा में पेज संख्या-62 पर बिन्दु संख्या-9 को अवलोकन करने से दुख होता है कि 17वीं लोक सभा में रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी के द्वारा सांसद आर्दश ग्राम योजना में रायबरेली का कोई एक गांव चयन करना था. किन्तु 2019 से 2023 तक जिलाधिकारी रायबरेली ने एक गांव चुनने के लिए सोनिया गांधी को 07 पत्र लिखे हैं. इनके बावजूद आज तक एक गांव रायबरेली की सांसद के द्वारा विकास हेतु नहीं चुना जा सका. यह रायबरेली की सांसद की निष्क्रियता का द्योतक और रायबरेली की जनता की अनदेखी भी.
विधान परिषद् सदस्य ने लिखा- मैं रायबरेली की जनता को भरोसा दिलाता हूँ जनपद वासियो की सेवा में राहुल गांधी का सकारात्मक सहयोग देता रहूंगा, किन्तु अगर जनता के हितों की अनदेखी सांसद द्वारा कि जाएगी तो यथा आवश्यक जनता की आवाज भी बनूंगा.
बता दें राहुल गांधी जब रायबरेली पहुंचे तो उनके साथ दिनेश प्रताप सिंह की एक फोटो जमकर वायरल हुई और सियासी गलियारों में फैली. इसके बाद दिनेश प्रताप सिंह ने आक्रामक रुख अख्तियार किया. अब उनके इस बयान की चर्चा चहुंओर है.