नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आयकर विभाग की छापेमारी जारी है. सबसे बड़ी बात ये कि जितने लोगों के ठिकाने पर छापा पड़ा है. सभी अखिलेश यादव के करीबी हैं. आज 12.30 बजे अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. कल भी उन्होंने छापों को लेकर बीजेपी पर जमकर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार संस्थाओं के जरिए चुनाव लड़ रही है. 


बीजेपी को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा, ''ये जनता का चुनाव है. जहां बीजेपी को हार का डर सता रहा है. इसिलिए आईटी विभाग यूपी आ रहा है. इस पर बीजेपी नेताओं ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा उस पर कार्रवाई होगी.'' 


छापेमारी पर क्या बोले सपा प्रवक्ता राजीव राय?
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के घर पर आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई 16 घंटे तक चलने के बाद खत्म हो चुकी है.इसके बाद राजीव राय ने दावा किया दिनभर की तलाशी के बाद आयकर विभाग को सिर्फ 17 हजार रुपए मिले. 


सपा नेता राजीव राय ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''मेरे घर से 17, 750 रुपये पकड़े गए. मेरी मां के इलाज के लिए रखे पैसे पकड़े गए. चुनाव से पहले इस तरह की कार्रवाई से हम डरने वाले नहीं हैं. मेरा अपराध सिर्फ इतना है कि कोरोना शुरू होने के बाद मैंने लोगों के घर घर में खाना पहुंचाया. अपने पैसे से मदद पहुंचायी.''


राजीव राय ने कहा, ''आज से पहले मेरे नाम के आगे कोई विवाद रहा हो या फिर कहीं से कुछ हुआ हो तो बताएं. मेरे तो दुश्मन भी मेरे बारे में गलत नहीं बोलते. अखिलेश यादव हमारे नेता उनके हमारी बात होती रहती है. मैं जल्द लखनऊ पहुंचकर उनसे मुलाकात करूंगा.''


उन्होंने कहा, ''बाकी जिन सपा के नेताओं के घर छापेमारी हुई है उनके साथ मेरा कोई कारोबारी रिश्ता नहीं है. मेरे कई पत्रकार साथियों ने पहले भी कहा था कि आप बीजेपी के ऊपर तीखा हमला करते हैं, इसलिए आपको बचकर रहना चाहिए.''


कैसे हुई छापेमारी, राजीव राय ने दी पूरी जानकारी
राजीव राय ने बताया कि 18 तारीख की सुबह 7:00 बजे इनकम टैक्स की टीम राजीव राय के मऊ स्थित निवास/कैंप कार्यालय पर सुबह सुबह आधमके और सोए हुए नेता राजीव राय को उठाकर अपना परिचय देते हुए छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी. यह कार्रवाई उनके लगभग पांच से छह ठिकानों पर एक साथ की गई जिसमें सपा नेता का आरोप है कि उनके और उनके परिजनों और रिश्तेदारों को गैर कानूनी रूप रूप से बंधक बनाया गया और इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. 


इस कार्रवाई में राजीव राय के मऊ स्थित आवास से 17हज़ार घर के खर्चे के लिए रखे रुपए इनकम टैक्स की टीम के हाथ लगे जिसे टीम ने छोड़ दिया. राजीव राय ने बताया कि उनके मोबाइल का पूरा डाटा क्लोन करके आईटी टीम ने ले लिया है. राजीव राय से जब यह पूछा गया कि किसी तरह का विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई मिसबिहेव भी किया गया तो उन्होंने बताया कि नहीं अधिकारियों का नेचर बहुत ही को-ऑपरेटिव रहा.


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