उत्तराखंड राज्य में नए जिले बनाए जाने का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने 2011 में प्रदेश में कुछ नए जिले बनाए जाने की घोषणा की थी. उसके बाद से नए जिले बनाए जाने की चर्चा हर सरकार के कार्यकाल में होती है. एक बार फिर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में नए जिले बनाए जाने को बल दे दिया है.
उत्तराखंड में नए जिलों की सियासत
उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से ही छोटी-छोटी प्रशासनिक इकाइयों के गठन की मांग अक्सर समय-समय पर उठती रही है. करीब 21 साल का लंबा समय बीत जाने के बाद भी धरातल पर कोई कार्य नहीं हो पाया है.विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस पहाड़ी प्रदेश के नए जिलों के गठन का मामला हर बार सियासत की भेंट चढ़ता रहा है. अब एक बार फिर से प्रदेश में नए जिले बनाने जाने का मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से नए जिले की मांग को और अधिक बल दे दिया है.सीएम ने कहा है कि कहां-कहां जिलों का पुनर्गठन हो सकता है और आवश्यकता क्या है,इस पर जनता के साथ राय मशविरा किया जाएगा.
पहले के मुख्यमंत्रियों की घोषणाएं
साल 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल "निशंक" ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चार नए जिले बनाने की घोषणा कर दी थी. इसमें गढ़वाल मंडल में दो जिले कोटद्वार और यमुनोत्री और कुमाऊं मंडल में 2 जिले रानीखेत और डीडीहाट बनाने की बात कही थी. लेकिन उनके पद से हटते ही यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया. इसके बाद आई कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने इस मामले को अध्यक्ष राजस्व परिषद की अध्यक्षता में नई प्रशासनिक इकाइयों के गठन संबंधी आयोग के हवाले कर दिया.साल 2016 में कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री बने हरीश रावत ने प्रदेश में आठ नए जिले बनाने की कवायद शुरू की. उनकी सरकार ने डीडीहाट, रानीखेत, रामनगर, काशीपुर, कोटद्वार, यमुनोत्री, रुड़की, ऋषिकेश को जिला बनाने का खाखा भी तैयार किया. लेकिन बात आगे नहीं बढ पाई.
धामी की घोषणा पर राजनीति
वहीं अब धामी की घोषणा को कांग्रेस ने भर्ती घोटाले से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया है. वहीं बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश में नए जिले बनाने की पक्षधर है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नए जिले बनाए जाने पर फोकस किया है ऐसे में आने वाले समय में प्रदेश में नए जिले बनाए जा सकते हैं.
ये भी पढ़ें
UP News : दो हत्याओं से दहला नोएडा, जेल से छूटे हिस्ट्रीशीटर को गोलियां बरसाकर मार डाला