वाराणसी: राजनीति में अगर मौका मिल जाए तो उसका लाभ लेने से चूकना नहीं चाहिए. कुछ ऐसा ही वाराणसी में देखने को मिला. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू वाराणसी में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने पहुंचे थे और मानसून में मेघ मेहरबान हो गए. सड़क पर दरिया की तस्वीर नजर आई तो अजय कुमार लल्लू के साथ कांग्रेस का काफिला काशी की सड़क पर उतर गया. 


बारिश ने दिया सियासत का मौका 
क्योटो जैसा विकास और गुजरात का मॉडल कांग्रेसियों की जुबान पर था लेकिन तेवर तल्ख और निशाने पर सरकार थी. कहना गलत नहीं होगा कि बारिश आई और मौका दे गई राजनीति का. अजय लल्लू के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और जलजमाव में पैदल चले. बारिश के दौरान विरोधी नारे लगने लगे. लेकिन, सवाल ये उठता है कि क्या प्रशासनिक अमले की नींद इन नारों से टूटेगी और व्यवस्था में सुधार होगा. 


झूठे साबित हुए हैं विकास के दावे 
बारिश से पहले वाराणसी नगर निगम ने जल निकासी को लेकर तमाम दावे किए थे. लेकिन, मानसून की पहली बरसात ने दावों की पोल खोल दी और सड़कें दरिया बन गईं. हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा था. जलजमाव में कांग्रेसी सड़क पर उतर गए प्रदेश अध्यक्ष विकास की जमीनी हकीकत को तलाशने लगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की मानें तो विकास के दावे झूठे साबित हुए हैं.


जलजमाव ने बढ़ाई मुसीबत 
बता दें कि, वाराणसी में बृहस्पतिवार सुबह बारिश लोगों के लिए परेशानी लेकर आई. लगातार हो रही बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. सड़क पानी में है या सड़क पर पानी है ये पहचान करना मुश्किल हो गया. बल्कि यूं भी कह सकते हैं कि सड़कों पर तालाब जैसा दृश्य दिखाई दिया. हर तरफ पानी हा पानी नजर आ रहा था. शहर के गोदौलिया, नई सड़क, मैदागिन, अंधरापुल, मलदहिया चौराहे भीषण जलजमाव से जूझते रहे.


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