Politics over Electricity in Uttarakhand: उत्तराखंड में इन दिनों बिजली को लेकर जमकर सियासत हो रही है. खासकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ये मामला हॉट बना हुआ है. जब से ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने 100 यूनिट बिजली फ्री देने का एलान किया है, तब से आम आदमी पार्टी को ये पच नहीं रहा है. बीजेपी को इस मामले में आगे निकलता देख आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने देहरादून आकर 300 यूनिट बिजली फ्री देने का एलान कर दिया. अब बीजेपी को ये आम आदमी पार्टी का चुनावी जुमला लग रहा है.
सियासी दलों में मची होड़
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी अपनी सियासी जमीन तलाशने में जुटी है. दिल्ली से लेकर देहरादून तक आम आदमी पार्टी के नेताओं की दौड़ हो रही है. हालांकि, उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने में अभी 6 महीने का वक्त है लेकिन सियासी दलों ने जनता को लुभाने की कवायद शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी में बिजली फ्री देने को लेकर होड़ मची है.
सिस्टम ठीक करने की जरूरत है
बीजेपी ने जहां बिजली फ्री देने का एलान किया है तो वही आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सरकार बनने के बाद 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा कर दिया है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस को आम आदमी पार्टी का ये चुनावी जुमला लग रहा है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल कोठियाल का कहना है कि पार्टी ने ये दिल्ली में करके दिखाया है. उत्तराखंड में तो बिजली पैदा होती है ऐसे में हम ये उत्तराखंड में भी कर सकते हैं लेकिन सिर्फ सिस्टम ठीक करने की जरूरत है.
पूरा नहीं होगा आम आदमी पार्टी का सपना
वहीं, सरकार में कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद का साफ कहना है कि आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में जो सियासी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है ये सपना उनका कभी पूरा नहीं होगा. बीजेपी ने उत्तराखंड बनाया है और बीजेपी ही इसे संवार सकती है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ये सपना देखना बंद कर दे कि उत्तराखंड में उनकी सरकार बनेगी, चाहे वो राज्य की जनता को कितने ही जुमले क्यों ना दे दें, कामयाबी नहीं मिलेगी.
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