लखनऊ, एबीपी गंगा। आखिरकार पीली साड़ी में पीठासीन अधिकारी रीना द्विवेदी की फोटो क्यों देखते ही देखते वायरल हो गई। इसका राज खुद रीना द्विवेदी ने खोला है। एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान रीना द्विवेदी ने उन सारे सवालों के जवाब दिए, जो इनकी फोटो वायरल होने के बाद आपके मन भी उठे होंगे। वे कहां रहती हैं, परिवार में कौन-कौन हैं, फोटो वायरल होने पर कैसा महसूस हो रहा है, नेगेटिव कमेंट्स पर क्या कहना आदि जैसे एबीपी गंगा के सभी सवालों के जवाब रीना द्विवेदी ने दिए।
सवाल : आप कहां जॉब करती हैं?
पीडब्ल्यूडी में लोक निर्माण विभाग में जूनियर असिस्टेंट के पद पर हैं। अभी लखनऊ में कार्ययत हैं। मूलरूप से देवरिया के रहने वाले हैं।
सवाल : फोटो कहां पर ली गई, किस समय ली गई?
सोशल मीडिया पर वायरल पीली साड़ी वाली फोटो 5 मई को क्लिक की गई है। तब हम लोग अपनी इलेक्शन ड्यूटी पर जा रहे थे। लखनऊ से 40 किलोमीटर आगे है, नगराम क्षेत्र...जहां एक पत्रकार द्वारा ये फोटो ली गई थी और अगले दिन ये वायरल हो गई थी।
सवाल : क्या लगता है, आप सेलिब्रिटी की तरह उभर चुकी हैं?
मुझे तो ऐसा कुछ भी नहीं लग रहा है। हमने ऐसा तो कोई काम भी नहीं किया था, हम तो अपने दायित्व को पूरा कर रहे थे। अपनी ड्यूटी करने जा रहे थे। ये कैसे हुआ, हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा है। ये साड़ी और फोटो कैसे वायरल हो गई, इस बारे में मुझे समझ नहीं आ रहा है।
सवाल: ऐसी क्या वजह थी जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई?
इसका एक मुख्य कारण, जो मुझे लगता है कि लोगों के दिमाग के ये मानसिकता है कि जो गवर्नमेंट सेक्टर के कर्मचारी है, उनकी जीवनशैली व लाइफ स्टाइल बहुत ही लचर तरीके की होती है। उनका रहन-सहन अलग होका है, बोलना नहीं जानते हैं। उनकी कोई पर्सनालिटी नहीं होती है। इस कारण लोगों की ये सोच हो रही है कि गवर्नमेंट सेक्टर में ऐसे कैसे अटैक्टिव (आकर्षक) पर्सनालिटी के लोग हो सकते हैं। लोग ये भी जनना चाहते हैं कि ऐसा गवर्नमेंट सेक्टर में है या नहीं है। यहीं एक कारण फोटो वायरल होने का लग रहा है, क्योंकि साड़ी तो हम भारतीय महिलाओं की प्रमुख पहचान है। हमें नहीं लगता, लोगों को इस नजरीए से कमेंट करना चाहिए कि साड़ी पहनकर गई हुई है।
सवाल: सोशल मीडिया पर कई कमेंट आते हैं, जिनपर आपकी कोई रोक नहीं होती। क्या इस कारण कोई असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ता है या इतना फेमस हो गईं, इस बात की खुशी है?
समाज में कई तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग कुंठित सोच के भी होते हैं। कुछ लोग अच्छी सोच के भी होते हैं। तो हमें सिर्फ अभी पॉजिटिव सोच पर ध्यान देना चाहिए, न की लोगों का नजरिया देखना चाहिए। अपने काम में आप ध्यान लगाइए, बाकी लोग क्या बोलते हैं क्या सोचते हैं उससे अच्छा अपने काम में ध्यान लगाया जाए। हम यही सोचते हैं, इसलिए किसी के कमेंट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।
सवाल: आपने कमेंट को नजरअंदाज कर दिया, इसलिए असहज होने की स्थिति तो नहीं आई लेकिन इतना फेमस हो गईं उसको लेकर क्या कहना चाहेंगी?
इस चीज को इन्जॉय कर रहे हैं, लोग जान रहे हैं, सुन रहे हैं और बुला रहे हैं। मीडिया आ रही है, सड़क पर लोग पीली साड़ी वाली बोल रहे हैं। दिन में 50 कॉल्स आ रहे हैं। लोग कर रहे हैं कि तू तो पॉपुलर हो गई, सारी इंडिया तुमको जान रही है। तो सिर्फ इन्जॉय कर रहे हैं।
सवाल:आपकी फैमिली में और कौन-कौन है?
मेरे माता-पिता हैं, भाई है, बेटा है।
सवाल: परिवार के लोगों का क्या रिएक्शन है? बेटा कितना बड़ा है?
बेटा 9वीं क्लास में है और हमारी पूरी फैमिली इस चीज को एन्जॉय कर रही है। उन लोगों को ये लग रहा है कि हमारी बेटी की जो फोटो आई है, वो अपनी जॉब को करते वक्त आई है। अपनी ड्यूटी निभाते हुए आई है। तो इसमें कोई गलत नहीं बल्कि अच्छी बात है। अगर पूरी दुनिया देख रही है और जान रही है कि इनकी बिटिया इस काम में है। इसको सब जान रहे हैं, तो इस चीज को सब इन्जॉय कर रहे हैं।
सवाल: जिस तरह से फोटो सोशल मीडिया पर आई, कई तरह के कमेंट्स उसपर आ रहे हैं। आप कुछ को इग्नोर कर सकती हैं, लेकिन कई बार ध्यान भी जाता है। क्या संदेश देना चाहेंगी समाज में लोगों को, जो इस तरह के पोस्ट पर कमेंट करते हैं, वायरल सकते हैं। आपके मन में जो पहला रिएक्शन आता है, वो क्या है?
ये कुछ वाहियाद लोग होते हैं, जो दिमागी रूप से बीमार होते हैं। जिनको ये समझ नहीं होती है कि सामने वाला कौन है, उससे क्या बोलना चाहिए। या अगर किसी ने कुछ पहना है, कहीं जा रहा है, तो उसकी क्या सोच है। दूसरों की सोच या नजरिया न देखते हुए लोग जब अपनी थोपते हैं, ऐसे लोग बीमार मानसिकता के होते हैं। कभी भी ऐसे लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। हमेशा जीवन को अपने हिसाब से जीना चाहिए, ये मेरा सोचना है। कोई कितना भी अच्छा काम करे, कितना भी पॉपुलर हो...तो 50 लोग अगर आपके बारे में पॉजिटिव बोल रहे होते हैं, तो कुछ लोग नेगेटिव जरूर बोलेंगे। तो हमेशा पॉजिटिव वालों को देखना चाहिए। उनको सुनना चाहिए, नेगेटिव वालों को हमेशा इग्नोर करना चाहिए.
सवाल: क्या ऐसे रिश्तेदारों के भी कॉल्स आए, जिनसे सालों से कोई बात न हुई हो?
हां, ऐसे बहुत सारे कॉल्स आ रहे हैं। पूरे दिन आ रहे हैं, आप पहचानिए, हम यहां मिले थे। आपको यहां देखा। ऐसे काफी कॉल्स आ रहे हैं। हमें लग रहा है कि कई ऐसे हैं जिनसे हमारी 4-5 साल पहले बात हुई थी, उनके भी कॉल्स आए।