गाजियाबाद: प्रदूषण फैलाने वालों पर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कार्रवाई शुरू की, 10 लाख से 25 लाख तक का लगा रही जुर्माना
गाजियाबाद इन दिनों लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. जनपद में लगातार बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है. इसी के साथ गाजियाबाद देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में अव्वल नंबर पर आ रहा है.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रदूषण चरम पर है. वहीं जनपद में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसी के तहत पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से सीआईएसएफ रोड क्षतिग्रस्त होने के चलते धूल उड़ने और पानी का छिड़काव नहीं करने पर निर्माण एजेंसी पर दस लाख रुपये जुर्माना लगाया है. इसके साथ ही कूड़ा भंडारण और कूड़े में आग लगाने पर भी 25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.
इंदिरापुर में CISF रोड पर पिछले 1 साल से चल रहा है काम
बता दें कि इंदिरापुरम के सीआईएसएफ रोड पर लगभग पिछले 1 साल से काम चल रहा है जिसके लिए सड़क को खोदा गया था.जिसके बाद से ही लगातार सड़कों पर धूल उड़ती हुई दिखाई देती है. जिसके नियम के अनुसार ऐसी स्थिति में लगातार ऐसी जगह पर पानी का छिड़काव करवाना था लेकिन जिम्मेदार लोगों ने इस मामले में लापरवाही बरती है. इस वजह से गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा था. ऐसे में इनकी लगाम लगाने कसने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने यह बड़ा फैसला लिया है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर वह भी इस तरह की लापरवाही बरतते हैं तो उनको भी जुर्माना देना पड़ सकता है.
एनजीटी के निर्देश के अनुसार ग्रैप के तहत कार्रवाई की जा रही
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. विभाग की तरफ से एनजीटी के निर्देश के अनुसार ग्रैप के तहत कार्रवाई की जा रही है.इंदिरापुरम की CISF रोड पर टूटी सड़क पर उड़ रही धूल को देखते हुए कई बार नोटिस जारी किया गया था. जिसके बावजूद भी अभी तक सड़क नहीं बनी.सड़क पर धूल लगातार उड़ रही है. पानी का छिड़काव भी नहीं हो रहा. इस पर जल निगम और निर्माण एजेंसी लाल चंद कंपनी पर दस लाख रुपये की संस्तुति कर रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई है.
बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में फैक्टरियों को कारण बताओ नोटिस जारी
वहीं जल निगम के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार का कहना है कि सड़क पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. विभाग की ओर से स्पष्टीकरण का नोटिस मिला है. वहीं, विभाग को बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में एक जगह कूड़े का भंडारण मिला. यहां पर कूड़े में आग भी लगाई जा रही थी.आसपास की फैक्टरियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उन पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाने की संस्तुति विभाग ने कर दी है. उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है. मुख्यालय की तरफ से आगे की कार्रवाई की जानी है. साथ ही इंदिरापुरम के कनावनी क्षेत्र में डंपर आदि के परिवहन से एकत्रित मिट्टी आदि की रोकथाम के लिए खनन विभाग, सिंचाई विभाग व जीडीए को नोटिस भी जारी किया है.
बहरहाल देर से आए दुरुस्त आए यह कहावत पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड पर पूरी तरह से सटीक बैठती है. क्योंकि पिछले कई दिनों से गाजियाबाद में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा था. लेकिन पोल्यूशन कंट्रोल विभाग ने अब जाकर कार्रवाई की है.
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