लखनऊ, एबीपी गंगा। दिवाली के पटाखों ने यूपी के कई शहरों की हवा को जहरीला कर दिया है। कई जगहों पर दिवाली के प्रदूषण की वजह से धुंध छा गई। सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर पटाखा छोड़ने के लिए दो घंटे की सीमा तय की थी, लेकिन लोगों ने इसके अलावा भी पटाखे छोड़े। प्रदेश की राजधानी का भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। पटाखे के धुंए से लखनऊ की सेहत बिगाड़ दी। लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के करीब पहुंच चुका है।
दिवाली के अगले दिन यानी सोमवार सुबह करीब 10.38 पर लखनऊ का AQI 294 रिकॉर्ड किया गया जो कि बहुत खराब है। वैसे तो जिला प्रशासन ने इस बार पटाखों की बिक्री से उनको जलाने तक तमाम निर्देश दिए, लेकिन ये सभी हवा-हवाई साबित हुए। जिला प्रशासन ने दीवाली में रात 8 से 10 तक पटाखे चलाने की अनुमति दी थी, लेकिन रात 12 बजे के बाद भी पटाखे चलते रहे। इसके अलावा चटाई और लगातार बजने वाले पटाखों पर प्रतिबन्ध के बावजूद भी इनका जमकर इस्तेमाल किया गया। सुबह 10.38 पर गोमतीनगर और तालकटोरा में सबसे खराब AQI रिकॉर्ड हुआ। दोनों जगह एयर क्वालिटी इंडेक्स 340 रिकॉर्ड हुआ। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार पटाखों का इस्तेमाल कुछ कम जरूर नजर आया।
नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी निवासियों ने निर्धारित समय के अलावा भी पटाखे छोड़े। लोग शाम आठ बजे से पहले भी पटाखे छोड़ते दिखे हांलांकि इन पटाखें की आवाज कम रही।
गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर को अति गंभीर आपात स्थिति की श्रेणी में रखा जाता है।