Shravasti News: श्रावस्ती में दिल दहला देने वाली घटना, प्रसव के बजाए टुकड़े टुकड़े काटकर शिशु को निकाला
UP News: अब महिला का पीड़ित पति इंसाफ के लिए दर-दर की खाक छानने को मजबूर है. घटना से पति और पत्नी दोनों सदमे में हैं. लोग स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं.
Shravasti News: श्रावस्ती में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. आरोप है कि निजी क्लीनिक में प्रसव के बजाय शिशु को काटकर बाहर निकाला गया. गर्भवती महिला के पेट में 8 माह का शिशु पल रहा था. टुकड़े टुकड़े में काटकर पेट से निकाले जाने के कारण शिशु की मौत हो गई. पति का आरोप है कि पत्नी की हालत भी नाजुक है. हैरान कर देनेवाला मामला कोतवाली भिनगा के नई बाजार स्थित सनराइज पॉलीक्लिनिक का है. बताया जाता है कि सनराइज पॉलीक्लिनिक को मरीजों का इलाज करने की इजाजत है. मगर फर्जी तरीके से गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जाता है.
निजी क्लीनिक में शिशु को काटकर निकाला गया बाहर
अब महिला का पीड़ित पति इंसाफ के लिए दर-दर की खाक छानने को मजबूर है. घटना से पति और पत्नी दोनों सदमे में हैं. सवाल स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता पर उठ रहा है. हादसा हो जाने के बाद क्यों कार्रवाई की बात की जाती है. निजी क्लीनिक या अस्पताल की जांच पड़ताल समय समय पर क्यों नहीं की जाती है. सुमिरता देवी नाम की गर्भवती महिला को प्रसव के लिए सनराइज पॉलीक्लिनिक में भर्ती कराया गया था. बता दें कि छह महीने पहले भी फर्जी डॉक्टरों ने एक बच्चे की जान ले ली थी.
पॉलीक्लिनिक के रजिस्ट्रेशन पर नर्सिंग होम का संचालन
हंगामा मचने के बाद अवैध क्लीनिक या अस्पतालों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था. एक बार फिर प्रसव के बजाय टुकड़े-टुकड़े काटकर निकाले जाने की वजह से शिशु की मौत हो गई. ऐसे में लोग स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को ज्यादा जिम्मेदार मान रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शारदा प्रसाद तिवारी ने मीडिया को बताया कि पॉलीक्लिनिक के रजिस्ट्रेशन पर नर्सिंग होम चलाने का अधिकार नहीं मिल जाता है. मामला मेरे संज्ञान में नहीं था. आपके माध्यम से घटना की जानकारी मिली है. संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.