UP News: असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने एक से अधिक विवाह पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को लेकर ट्वीट कर लोगों से उनकी राय और सुझाव मांगे हैं. इसके बाद चर्चा शुरू हो गई है कि क्या असम के बाद पूरे देश में बहुविवाह पर प्रतिबंध वाला कानून लागू होने वाला है. इस पर उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) से समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने कहा है कि एक शादी करना या एक से अधिक शादी करना यह हर व्यक्ति अपने अपने धर्म के रीति रिवाज के अनुसार करता है.


शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि इस्लाम में विवाह एक धार्मिक काम है और कुरान में एक से अधिक शादी करने की इजाजत दी गई है. यह जायज है तो इस तरह के धार्मिक मामलों को राजनीति में घसीटने की क्या जरूरत है, इससे क्या फायदा? देश में हर धर्म के लोग हैं, इसमें सनातन धर्म के लोग भी हैं, दलित भी हैं और मुसलमान भी हैं, छोटे बड़े सभी हैं तो उनके जो धार्मिक कार्य हैं, उन्हें राजनीति में क्यों लाया जाए, राजनीति में लाने की कोई जरूरत नहीं है. दूसरे धर्म के लोग अपना जाने लेकिन इस्लाम के हिसाब से हमारे जो धार्मिक मामले हैं उनमें हस्ताक्षेप या पाबंदी लगाने का इन्हें कोई अधिकार नहीं है. अगर ये कोई कानून लाएंगे तो हम उसका जवाब देंगे.


'मुसलमानों को आज तक इंसाफ नहीं मिला'


सपा सांसद ने पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुसलमानों को आज तक इंसाफ नहीं मिला है, उनके ऊपर हमेशा जुल्म हुए हैं. अब और ज्यादा हो रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अजीज कुरैशी को तो 2024 का लोकसभा चुनाव दिखाई दे रहा है इसलिए उन्हें सपने में भी चुनाव ही दिखाई देता है. मिशन चंद्रयान के लिए बर्क ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम को इसके लिए दुआ देनी चाहिए क्योंकि उन्होंने विज्ञान की ऐसी रोशनी फैलाई कि आज देश नई-नई उपलब्धियों को हासिल कर रहा है और तरक्की कर रहा है.


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