टीवी की बहू 'आनंदी' ने खुदकुशी से पहले कई बार बताया था दिल का हाल, सोशल मीडिया पर किया हर बात का खुलासा
कलर्स चैनल के पॉपुरल सीरियल 'बालिका वधु' से हर घर में मशहूर होने वाली प्रत्युषा बेनर्जी ने साल 2016 में खुदकुशी कर ली थी
टीवी (TV) के सबसे कामयाब सीरियल्स में से एक 'बालिका वधु' (Balika Vadhu) ने सालों तक करोड़ों दिलों पर राज किया। वहीं इस धारावाहिक के सभी किरदार भी दर्शकों को बेहद पसंद आए। वहीं इस सीरियल में आनंदी की भूमिका निभाने वाली एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी (Pratyusha Banerjee) को इस किरदार से पहचान मिली। लोग प्रत्युषा को उनके नाम से कम और आनंदी के नाम से ज्यादा जानते थे। भले ही आनंदी उर्फ प्रत्य़ुषा बेनर्जी आज हमारे बीच इस दुनिया में मौजूद ना हो लेकिन उनके द्वारा निभाया गया आनंदी का किरदार लोगों को सदा याद रहेगा।
आपको बता दें कि साल 2016 में आई प्रत्युषा की खुदकुशी की खबर ने हर किसी को हैरान कर दिया था। जिसके बाद उनके बॉयफ्रेंड राहुल राज पुलिस के शक के घेरे में आ गए थे। प्रत्युषा के करीबी दोस्तों का कहना था कि उनका और राहुल का अक्सर झगड़ा होता रहता था।जिसकी वजह से वो परेशान रहती थी। लेकिन फांसी के फंदे पर लटकने से पहले प्रत्युषा ने कई बार अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने दिल का हाल बयां किया था लेकिन उससे किसीने भी ये अंदाजा नहीं लगाया था कि वो एक दिन खुदकुशी कर लेंगी।
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खुदकुशी से पहले अपने एक पोस्ट में प्रत्युषा ने लिखा था कि-टूटी हुई चीजों के साथ अपने दिन की शुरुआत ना कीजिए। क्योंकि हर दिन नया है और हर दिन की शुरूआत नई होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने अपने एक पोस्ट में ये भी लिखा था- मेरी हमेशा यही प्रार्थना है कि मेरी आंखें हमेशा अच्छे लोगों को ही देखें। साथ ही एक दिल जो हर गलती को माफ कर दे। एक दिमाग जो बुरे हालात और दिनों को भूल जाए। एक आत्मा जो हमेशा भगवान पर यकीन करे।
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इन सबके अलावा आनंदी ने सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट शेयर कर दिखा था कि- मेरी इस मुस्कान के पीछे बहुत सारे राज छुपे हैं। मेरी इन प्यारी आंखों में ढेर सारे आंसू छुपे हैं और मेरे इस दिल में बहुत सारा दर्द छुपा है। फिर उन्होंने अपने एक पोस्ट में लिखा कि- एक लड़की को खुश रखने के लिए सिर्फ 3 चीजों की जरूरत होती है लगाव ,अटेंशन और सराहना।' इसके बाद उन्होने लिखा था कि- कैंडल लाइट डिनर, बीच, रोमांस सच्चे प्यार की निशानी नहीं होती। लेकिन सच्चे प्यार में, ट्रस्ट, एक दूसरे का ध्यान रखना, रिस्पेक्ट करना और रूठे हुए को मनाना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।