कौन था जिसने 'विक्रम बेताल' में बेताल की भूमिका निभाई और क्यों इस कलाकार को रामानंद सागर ने नहीं दी Ramayan में जगह
रामानंद सागर की रामायण एक बार फिर से दर्शकों को एंटरटेन करने टीवी पर दिकाई जा रही है, इस शो ने एक बार फिर से टीआरपी की लिस्ट में सबसे ऊपर अपनी जगह पक्की कर ली है
कोरोनावायस की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान रामानंद सागर का मशहूर सीरियल रामायण खूब धूम मचा रहा है। दर्शक इस सीरियल के लिए वैसे ही एक्साइटेड हैं जैसा कि कभी 90 के दशक में हुआ करते थे। वहीं जब से ये सीरियल दूरदर्शन पर फिर से स्टार्ट हुआ है तभी से इस धारावाहिक से जुड़ी बातें और सभी किरदार भी चर्चा में आ गए हैं।
दरअसल जब रामानंद सागर को रामायण बनाने के लिए फाइनेंसर नहीं मिल रहे थे तो उन्होंने विक्रम बताल बनाया। इस सीरियल में रामायण के लगभग सभी अहम किरदारों ने भूमिका निभाई थी फिर जब रामायण बनी तो उन्हें इस पौराणिक शो का हिस्सा बनाया गया। जिनमे से कुछ को ये भी पता नहीं था कि रामायण के लिए उनका टेस्ट लिया जा रहा है। विक्रम और बेताल खूब सुपरहटि हुआ. वहीं बेताल का किरदार भी हर किसी को खूब पसंद आया। राजा की पीठ पर सवार भूत ने उस समय बहुत से बच्चों को डराया था। जहां एक तरफ रामायण के राम अरुण गोविल ने इस शो में विक्रम की भूमिका निभाई थी, तो वहीं बेताल के किरदार में एक्टर सज्जन लाल पुरोहित नज़र आए। ये उस समय का पहला ऐसा शो था जिसमे पहली बार स्पेशल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया गया था।
विक्रम बेताल से पहले सज्जन ने रामानंद सागर की ही सुपरहिट फिल्म आंखें में एक किरदार निभाया था और तभी से वो रामानन्द सागर की नजरों में आ गये थे।जब रामानंद बेताल बना रहे थे तो बेताल के किरदार के लिए उन्होंने सबसे पहले सज्जन को ही बुलाया। लेकिन इस शो के बाकी किरदारों की तरह रामानंद ने बेताल के किरदार को रामायण में नहीं लिया। बताया जाता है कि सज्जन रामायण के किसी भी किरदार में फिट नहीं बैठ रहे थे साथ ही सज्जन ने भी रामायण में काम करने का कुछ ज्यादा इंटरेस्ट नहीं दिखाया।
आपको बता दें कि सज्जन पुरोहित कभी भी एक एक्टर नहीं बनना चाहते थे वो हमेशा से एक वकील बनना चाहते थे।उन्होंन अपने करियर में 150 फिल्मों और कई टीवी सीरियल में काम करने के अलावा सज्जन ने कई कविताएं और बहुत सी फिल्मों के डायलॉग्स भी लिखे थे। फिर साल 2000 में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली।