Barabanki Farmers: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki) में इन दिनों आलू किसानों के सामने बड़ा संकट मंडरा रहा हैं. जनपद में इस बार आलू की पैदावार ज्यादा हुई हैं, आलम ये हैं कि आलू की खरीद करने वाले व्यापारी नहीं मिल रहे. जिन किसानों का आलू खेतों से निकल चुका है उनका आलू ट्रैक्टर-ट्रालियों पर लदा है, जो कहीं खेत तो कही कोल्ड स्टोरेज (Cold Storage) के सामने सड़क पर ही पड़ा है. आलू न बिकने से परेशान किसानों ने अब अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, वहीं जिला प्रशासन का कहना हैं आलू भंडारण की समस्या को देखते हुए कोल्ड स्टोरेज के मालिकों से बातचीत की गई है और जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. 


बाराबंकी जिले में इन दिनों सड़कें, खेतों और कोल्ड स्टोरेज के सामने आलू से लदी ट्रैक्टर-ट्रालियां ही दिख रही हैं. व्यापारी किसानों को ओने-पौने दाम में आलू खरीद रहे है, वहीं किसानों का आरोप है कि कोल्ड स्टोरेज मालिका और व्यापारियों ने सांठ-गांठ कर ली है और इसलिए वो आलू खरीदने में आना कानी कर रहे हैं. किसानों को आए दिन परेशान किया जा रहा है. जिला प्रशासन से लिखित शिकायत के बाद भी दिक्कतें हैं जिसकी वजह से कुछ किसान संगठन गन्ना संस्थान में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए हैं.


आलू नहीं बिकने से परेशान किसान


किसानों ने आलू भंडारण किये जाने को लेकर अपनी समस्या गिनवाई हैं वहीं जिन किसानों का आलू खेतों से निकल रहा हैं. उन किसानों की चिंताएं भी काफी बढ़ गई हैं. फिलहाल किसानों के आलू भंडारण को लेकर जिला प्रशासन ने कोल्ड स्टोरेज मालिकों के साथ बैठक कर निर्देश दिए हैं. अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि किसानों का सारा आलू कोल्ड स्टोरेज में रखा जाएगा. अगर लापरवाही होगी तो कोल्ड स्टोरेज पर कार्रवाई होगी.


वैसे तो ज्यादा पैदावार किसानों के लिए खुशी की वजह होती है लेकिन बाराबंकी का किसान इससे खुश नहीं बल्कि दुखी है. किसानों का कहना है कि छुट्टा जानवरों की वजह से किसानों ने आलू ज्यादा लगा दिया था इसकी वजह से दिक्कतें काफी हो रही है, कुरौली के आलू किसान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार उन्होंने 7 एकड़ में आलू बोया था, 15 हजार रुपये बीघे की लागत से लगा था, लेकिन अब आलू को लेकर कोई उम्मीद नहीं है, जब स्टोर खुलेगा तब रेट पता चलेगा. 


डीएम ने दिए जरूरी दिशा निर्देश


इसी गांव के किसान अंशुमान बैसवार ने कहा कि छुट्टा जानवरों की वजह से दूसरी फसलों को काफी नुकसान होता हैं इसलिए किसानों ने आलू लगा दिया जिसकी वजह से आलू की पैदावार जबरदस्त हुई. वहीं एक और किसान अवधराम ने कहा कि उन्होंने भी छुट्टा जानवरों की वजह से आलू बोया था लेकिन अब ये बिक नहीं रहा है. परेशान किसानों ने अब गन्ना संस्थान में आलू भंडारण को लेकर अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है. किसानों की मांग है कि आए दिन कोल्ड स्टोरेज मालिक किसानों को दौड़ा रहे हैं. व्यापारियों से सांठगांठ करके सिर्फ उन्हीं के आलू का भंडारण कर रहे हैं.


 इस मामले पर अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि आलू की पैदावार अच्छी हुई हैं. किसानों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर सख्त निर्देश हैं. कोल्ड स्टोरेज के मालिकों को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों का हर हाल में आलू खरीदा जाए. 


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