Power Crisis in Uttar Pradesh: कोयले की कमी की वजह से प्रदेश में जो बिजली संकट सामने है उससे निपटने के लिए यूपी पावर कॉरपोरेशन सभी प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अब महंगी दर पर भी बिजली खरीद रहा है. मंगलवार को पावर कॉरपोरेशन ने एक करोड़ 60 लाख यूनिट बिजली दोगुने से भी अधिक कीमत पर खरीदी. सामान्य तौर पर पावर कॉरपोरेशन 7 से 8 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदता है. लेकिन इस समय कोयले की कमी के चलते बिजली के दाम भी आसमान पर है. यही वजह है कि कॉरपोरेशन को 7 से 8 प्रति यूनिट में मिलने वाली बिजली 15 रुपये, 84 पैसे प्रति यूनिट की दर से खरीदनी पड़ी.


भले ही केंद्रीय ऊर्जा मंत्री तक दावा कर रहे हों कि कोयले की कोई कमी नहीं. लेकिन हकीकत इससे इतर है. उत्तर प्रदेश में 1715 मेगावाट की थर्मल इकाइयों को बंद रखा गया है. इतना ही नहीं जहां कोयला है वहां भी आगे के हालात को ध्यान में रखते हुए तमाम संयंत्रों को कम क्षमता पर चलाया जा रहा है. आंकड़े कुछ भी कहें लेकिन बिजली की कमी है जिसके चलते बिजली कटौती भी हो रही है. खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को सबसे ज्यादा बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है.


जितनी जरूरत है उतनी आपूर्ति नहीं


हरदुआगंज, पारीछा, ओबरा, अनपरा की बात करें तो कहीं एक दिन के उत्पादन के लिए कोयला है तो कहीं दो से ढाई दिन तक ही उत्पादन होने की स्थिति है. हालांकि हालात को देखते हुए केंद्र भी मदद में लगा है. उत्तर प्रदेश को कोयले की सप्लाई बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन इसके बावजूद जितनी जरूरत है उतनी आपूर्ति नहीं.


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